क्या शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी पर बिड़ला संग्रहालय में लाइव स्ट्रीमिंग ने छात्रों में उत्साह जगाया?

सारांश
Key Takeaways
- शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी पर गर्वित होना चाहिए।
- लाइव स्ट्रीमिंग ने छात्रों को प्रेरित किया।
- यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- छात्रों में विज्ञान के प्रति बढ़ी रुचि।
- भविष्य के मिशनों के लिए नई उम्मीदें।
कोलकाता, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी संग्रहालय (बीआईटीएम) ने एक्सिओम मिशन-4 की सफल वापसी के उपलक्ष्य में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के सम्मान में एक इंटरैक्टिव सत्र और लाइव स्ट्रीमिंग का आयोजन किया।
इस मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौटे, जिसे देखने के लिए मित्रा संस्थान के छात्र अत्यधिक उत्साहित होकर संग्रहालय पहुंचे। बीटीआईएम के शिक्षा विभाग के प्रमुख और तकनीकी अधिकारी तरुण दास ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अपनी खुशी व्यक्त की।
उन्होंने कहा, "एक भारतीय का अंतरिक्ष से सुरक्षित लौटना गर्व का पल है। मेरी आंखों में खुशी के आंसू थे। यह उपलब्धि 2027 के मिशन के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी, जिसमें सात भारतीय यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।"
उन्होंने इस मिशन को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक मील का पत्थर बताया। लाइव स्ट्रीमिंग देखने आए छात्रों ने भी इस ऐतिहासिक क्षण पर अपने उत्साह को व्यक्त किया।
तरुण दास ने कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि बढ़ती है। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में बढ़ते कदमों का प्रतीक है और भविष्य के मिशनों के लिए नई उम्मीदें जगाता है।
संस्थान के छात्र रिसव दास ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "हमारा भारत इस मिशन में सफल रहा और लैंडिंग भी शानदार रही। लाइव स्ट्रीमिंग देखकर हमें बहुत अच्छा लगा।"
पांचवीं कक्षा के छात्र बिस्वजीत ने खुशी साझा करते हुए कहा, "शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष से सुरक्षित लौटना हमारे लिए गर्व की बात है। हम अपनी खुशी को शब्दों में नहीं बयां कर सकते।"
शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्री 20 दिन बाद स्पेस से पृथ्वी पर लौट आए हैं। 23 घंटे के सफर के बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने कैलिफोर्निया के समुद्र में लैंड किया।
इस बीच, स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "ड्रैगन कैप्सूल के सुरक्षित उतरने की पुष्टि हो गई है। पृथ्वी पर आपका स्वागत है।"