क्या बिहार चुनाव 2025 में चैनपुर की जनता विधायक से बेचैन है? क्या जमा खान जला पाएंगे लालटेन?
सारांश
Key Takeaways
- चैनपुर विधानसभा में लगभग 557692 की जनसंख्या है।
- पिछले चुनाव में मोहम्मद जमा खान ने 24 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी।
- राजद और जदयू के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
- स्थानीय विधायक के प्रति जनता में नाराजगी बढ़ रही है।
- बुनियादी सुविधाओं की कमी यहाँ की प्रमुख समस्या है।
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के कैमूर जिले की चैनपुर विधानसभा सीट पर इस बार राजद के प्रत्याशी बृज किशोर बिंद और जदयू के उम्मीदवार मोहम्मद जमा खान के बीच एक बार फिर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। पिछले चुनाव में जमा खान ने बृज किशोर को 24 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। अब, पांच साल बाद ये दोनों नेता एक बार फिर चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं।
2020 में हुए चुनाव में बृज किशोर ने भाजपा की टिकट पर लड़ाई लड़ी थी, जबकि मोहम्मद जमा खान बहुजन समाज पार्टी की ओर से चुनावी दंगल में उतरे थे। इस बार जदयू ने विधायक जमा खान को उम्मीदवार बनाया है, वहीं राजद ने भाजपा से आए बृज किशोर बिंद को मैदान में उतारा है।
2010 और 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की थी और बृज किशोर बिंद ने चुनाव जीते थे। इस बार बृज किशोर ने राजद में शामिल होने का निर्णय लिया है।
चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में जमा खान और बृज किशोर दोनों की मजबूत पकड़ है। जमा खान की मुस्लिम क्षेत्रों में और बृज किशोर की हिंदू क्षेत्रों में अच्छी पहचान है।
हालांकि, स्थानीय विधायक के प्रति जनता में नाराजगी बढ़ रही है। लोगों का मानना है कि विधायक इलाके में उपस्थित नहीं होते हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं।
चैनपुर विधानसभा में कुल जनसंख्या 557692 है, जिसमें कुल मतदाता 333388 हैं। इनमें 173980 पुरुष और 159407 महिला मतदाता शामिल हैं, जबकि थर्ड जेंडर के एक वोटर भी हैं।
चैनपुर एक पिछड़ा ग्रामीण क्षेत्र है, जहाँ बुनियादी सुविधाओं की कमी और आर्थिक चुनौतियाँ प्रमुख हैं। यहाँ बारिश के दौरान जलभराव एक बड़ी समस्या है। अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर हैं, लेकिन बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाएँ किसानों के लिए परेशानी का कारण बनती हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है कि समस्याएँ अत्यधिक हैं। सरकार को यहाँ अच्छी सड़कें, स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। रोजगार के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि युवाओं को पलायन न करना पड़े।