क्या बिहार में नीतीश कुमार ने 101 सहायक वास्तुविदों को नियुक्ति पत्र सौंपा?

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार ने 101 सहायक वास्तुविदों को नियुक्त किया।
- यह नियुक्ति बिहार के विकास में मददगार साबित होगी।
- नवनियुक्त वास्तुविदों का कार्य विभिन्न विभागों में आवंटित किया जाएगा।
पटना, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। इस वर्ष बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जहाँ सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सक्रियता से काम कर रहे हैं। इसी दिशा में, उन्होंने बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित १०१ सहायक वास्तुविदों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त सहायक वास्तुविदों अंकिता प्रसून, नयन दीप, छोटू कुमार, आकाश कुमार, मो. मेहंदी हसन एवं शालिनी साहा को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र वितरित किया। उन्होंने इन वास्तुविदों को बधाई देते हुए कहा कि आप अपने कार्य का निर्वहन अच्छे ढंग से करें, यही उनकी अपेक्षा है।
यह ध्यान देने योग्य है कि एनडीए सरकार में पटना और अन्य जिलों में कई आइकोनिक भवनों का निर्माण किया गया है, जिसमें वास्तुविदों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सरकार का मानना है कि इन नए वास्तुविदों के आने से और भी बेहतर भवनों का निर्माण संभव होगा और बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार भवनों का निर्माण किया जा सकेगा।
राज्य में चल रहे निर्माण कार्यों की निगरानी के लिए वास्तुविदों की जरूरत को देखते हुए भवन निर्माण विभाग ने नए सिरे से वास्तुविद सेवा संवर्ग का गठन किया है। नवनियुक्त वास्तुविदों की सेवा भवन निर्माण विभाग, गृह विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, शिक्षा विभाग, पथ निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, उद्योग विभाग के अंतर्गत स्वीकृत पदों के अनुरूप सौंपी जाएगी।
इन १०१ चयनित वास्तुविदों में प्लानिंग में पीजी की योग्यता रखने वाले ३१, आपदा जोखिम में विशेषज्ञता रखने वाले दो, अर्बन डिजाइनिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले दो एवं लैंडस्केपिंग में विशेषज्ञता रखने वाले अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। विशेष योग्यता वाले वास्तुविदों को उनकी योग्यता के अनुसार कार्य आवंटित करने का प्रस्ताव है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।