क्या मांझी ने तेजस्वी से पूछा- 'बिहार में कैसा बदलाव चाहते हैं?'
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में विकास कार्यों की दिशा में तेजी आई है।
- तेजस्वी यादव और मांझी के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
- महिलाओं के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं।
- बिहार में बिजली और सड़क के विकास पर ध्यान दिया गया है।
- पहले चरण में एनडीए को अच्छी सीटें मिलने की संभावना है।
गया, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनावों के चलते गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय संयोजक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला।
जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने बिहार में बदलाव लाने की बात कही थी।
मांझी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "तेजस्वी यादव बिहार में किस तरह का बदलाव लाना चाहते हैं? बिहार में हजारों किलोमीटर की सड़कें बन चुकी हैं। पहले हम गया से पटना 4 घंटे में पहुँचते थे, लेकिन अब यह सफर मात्र 1.5 घंटे में पूरा होता है। पहले 700 मेगावॉट बिजली मिलती थी, अब यह बढ़कर 8500 मेगावॉट हो गई है। आज बिहार में बिजली लगभग 23-24 घंटे उपलब्ध है। सरकारी स्कूलों में बच्चे और शिक्षक दोनों उपस्थित हैं।"
उन्होंने कहा, "तेजस्वी के पिता के शासन में अस्पतालों में जानवर दिखाई देते थे, लेकिन आज स्वास्थ्य केंद्रों पर सैकड़ों मरीज रोजाना आते हैं। आज किसानों को 6000 रुपये मिल रहे हैं। 8 करोड़ बिहारवासियों को मुफ्त खाना मिल रहा है। वृद्धा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया गया है, और इसे आगे और बढ़ाने की योजना है। ऐसे में बिहार में सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं। तेजस्वी बताएं कि वे किस प्रकार का बदलाव लाना चाहते हैं?"
मांझी ने व्यंग्य करते हुए कहा, "राजद सरकार में किडनैपिंग, हत्या और ज़मीन हड़पने का काम होता था। अगर तेजस्वी फिर से ऐसा करना चाहते हैं और बिहार में बदलाव की बात कर रहे हैं, तो मैं समझता हूँ कि बिहार की जनता इसे नहीं चाहती।"
उन्होंने बिहार चुनाव के पहले चरण में एनडीए को वोट मिलने का दावा करते हुए कहा, "बच्चियों को पढ़ाई के लिए साइकिल दी गई, महिलाओं को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण मिला, और पुलिस भर्ती में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में महिलाओं के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। यही कारण है कि यहां की महिलाएं सीएम नीतीश को वोट दे रही हैं। पहले चरण में महिला वोटर्स का टर्नआउट एनडीए के पक्ष में है। 121 सीटों में से एनडीए को लगभग 80 सीटें मिलने की उम्मीद है।"