क्या संजय झा ने एनडीए की बड़ी जीत का दावा किया है? 'बिहार में मतदान के प्रति उत्साह'
सारांश
Key Takeaways
- मतदान का उत्साह बढ़ रहा है।
- संजय झा का दावा है कि जनता विकास के लिए वोट कर रही है।
- एनडीए की बड़ी जीत की संभावनाएं हैं।
- जात-पात की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की बात हो रही है।
- दिल्ली में हुई ब्लास्ट पर संवेदनाएं प्रकट की गईं।
पटना, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को मतदान उत्साह और जोश के साथ जारी है। मतदाताओं की लंबी कतारें और चेहरों पर उम्मीद की चमक स्पष्ट रूप से दर्शा रही है कि बिहार में इस बार जनता बदलाव नहीं, बल्कि विकास और स्थिरता के लिए वोट कर रही है।
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि इस बार मतदान का प्रतिशत पहले चरण से भी अधिक रहने की संभावना है। लोगों के उत्साह और झुकाव को देखकर यह स्पष्ट है कि जनता शांति, सुशासन और विकास के लिए वोट कर रही है। उन्हें यकीन है कि डबल इंजन की सरकार ही बिहार को आगे बढ़ा सकती है।
संजय झा ने कहा कि बिहार के लोग अब जात-पात की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की बात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांवों से लेकर शहरों तक हर तबके के लोग मतदान में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं।
इस बीच, सोमवार को दिल्ली में हुई ब्लास्ट पर भी संजय झा ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, "यह अत्यंत दुःखद है। यदि यह आतंकी घटना है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। देश में शांति की आवश्यकता है। हम पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं।"
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा या दहशत फैलाने की कोशिश देश की एकता और भाईचारे पर हमला है और ऐसी घटनाओं को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं, मोतिहारी में भाजपा विधायक प्रमोद कुमार ने मतदान के बाद राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस बार बिहार की जनता पूरी तरह से एनडीए के साथ खड़ी है। एनडीए के पक्ष में विकास के लिए मतदान हो रहा है। समाज के हर वर्ग के लोग एनडीए को वोट दे रहे हैं। उन्हें पता है कि केवल एनडीए ही बिहार को आगे ले जा सकता है।
प्रमोद कुमार ने दावा किया कि इस चुनाव में एनडीए २२५ सीटों पर जीत दर्ज करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में अभूतपूर्व विकास हुआ है, चाहे वह सड़क हो, बिजली, शिक्षा या महिलाओं की सुरक्षा का सवाल हो।