क्या राहुल और तेजस्वी सिर्फ 'नालायक' हैं?
सारांश
Key Takeaways
- राजनीतिक बयानबाजी चुनाव का एक हिस्सा है।
- राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर चर्चा।
- भाजपा का पलटवार और आरोप।
- कांग्रेस और भाजपा के बीच नोकझोंक।
- जननायक और नालायक की उपाधियों पर बहस।
पटना, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के चलते अब राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आ रही है, जिससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर भी गरमाया हुआ है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को ‘जननायक’ बताने वाला एक वीडियो साझा किया। इस पोस्ट के सामने आते ही भाजपा ने तत्काल प्रतिक्रिया दी।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने इस पर जोरदार जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी हाल ही में बिहार आए थे और उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर की उपाधि का अपहरण कर लिया है। इतनी आलोचना सहने के बाद भी वे इसे दोहराने से नहीं चूक रहे हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी असल में जननायक नहीं, बल्कि भारत विरोधियों और पाकिस्तानियों के जननायक हैं। पाकिस्तान में उनके नाम पर कितने जयकारे लगते हैं। वे वहाँ जाकर ‘जननायक’ बन सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अगले दो-चार वर्षों में कांग्रेस इतनी छोटी हो जाएगी कि सभी कांग्रेसी पार्टी छोड़ देंगे। इससे पहले राहुल गांधी को पार्टी छोड़ देनी चाहिए।
आगे उन्होंने कहा कि न तो राहुल गांधी जननायक हैं और न ही तेजस्वी यादव नायक हैं। ये परिवारवादी लोग केवल ‘नालायक’ हैं।
उन्होंने कहा कि अभी ‘जननायक’ की उपाधि ली है, कुछ समय बाद ये ‘लोकनायक’ भी बन जाएंगे। ये बेशर्म लोग हैं।
कांग्रेस ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया, जिसमें वे लाल रंग की किताब लिए हुए हैं। इस वीडियो के साथ कांग्रेस ने ‘जननायक’ लिखा है।
इसमें राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का वीडियो है। हाल ही में राहुल गांधी ने बिहार में एसआईआर के विरोध में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली थी। इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव भी मौजूद थे।