क्या बिहार की महिलाएं 10 हजार रुपये की राशि मिलने से खुश हैं?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं को 10 हजार रुपये की राशि मिलेगी।
- यह राशि उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी।
- महिलाएं अब आर्थिक जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगी।
- सरकार की योजनाएं महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।
- महिलाएं अपने व्यवसाय शुरू करने के लिए तैयार हैं।
पटना, 25 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के बाघा में महिलाओं ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत 26 सितंबर को मिलने वाली 10 हजार रुपये की राशि पर अपनी खुशी व्यक्त की। महिलाओं ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि कल 10 हजार रुपये मिलेंगे। इस राशि से हम खुद का व्यापार स्थापित कर सकेंगे, जिससे हमारी हर तरह की आर्थिक जरूरतों की पूर्ति आसानी से हो सकेगी।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में प्रियंका देवी ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि कल हमें यह राशि मिलेगी। इस राशि से हमें बहुत मदद मिलेगी। हम इससे खुद का व्यापार कर सकेंगे। हम आर्थिक तौर पर खुद आत्मनिर्भर हो सकेंगे। पहले हम अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति के लिए दूसरों पर निर्भर थे। लेकिन, इस राशि के बाद हम खुद का व्यापार कर सकेंगे, जिससे हमें अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति के लिए दूसरों पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा। अब हमें अपनी आर्थिक जरूरतों के लिए पुरुषों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। हम अपनी जरूरतों की पूर्ति कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से कहना चाहूंगी कि वह ऐसी दूसरी योजनाएं भी शुरू करे, जिससे उनकी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति हो सके। निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि सरकार द्वारा शुरू की गई इन योजनाओं से हमें आर्थिक तौर पर समृद्धि मिली है। हम अब आर्थिक तौर पर काफी सशक्त हुए हैं। एक नया उत्साह, उमंग और आत्मविश्वास हमारे अंदर इस योजना की वजह से पैदा हुआ है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।
एक अन्य महिला मीना देवी ने कहा कि हमें इस बात की बहुत खुशी है कि सरकार शुक्रवार को सभी महिलाओं के बैंक खाते में 10 हजार रुपये ट्रांसफर करने जा रही है। इससे हम आर्थिक तौर पर समृद्ध और सशक्त होंगे। हमें अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अब हमें उस पल का इंतजार है कि कब हमारे खाते में पैसे आएंगे। महिलाओं के बीच सरकार की तरफ से मिलने वाली राशि को लेकर उत्साह का माहौल है।
उन्होंने कहा कि पहले हम लोग घर पर ही रहते थे। लेकिन, जिस तरह की योजना अब मुख्यमंत्री की तरफ से शुरू की गई है, उसकी वजह से हम लोग घर से बाहर निकल पाएंगे, खुद का काम कर पाएंगे, और अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति खुद कर पाएंगे। यह सब कुछ सरकार के प्रयासों की वजह से ही संभव हो पाया है। इसके लिए मैं सरकार का धन्यवाद करना चाहूंगी।
प्रीति कुमारी ने कहा कि मैं इस बात को लेकर खुश हूं कि शुक्रवार को मेरे खाते में पैसे आएंगे। सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि मेरी जैसी अन्य महिलाएं भी इस बात को लेकर खुश हैं कि उनके खाते में पैसे आएंगे, क्योंकि इस 10 हजार रुपये की राशि से उनकी सभी प्रकार की जरूरतों की पूर्ति हो सकती है। मैं सरकार से सिर्फ यही कहना चाहूंगी कि वे ऐसी योजनाएं लेकर आते रहें। अगर ऐसा होगा, तो निश्चित तौर पर महिलाएं भी पुरुषों की तरह सशक्त हो पाएंगी।
जानकी देवी ने कहा कि हम बहुत खुश हैं कि हमारे खाते में पैसे आएंगे। इससे हम आर्थिक रूप से सुदृढ़ होंगे। शुक्रवार को जो हमें पैसे मिलेंगे, उससे हम खुद का काम करेंगे और अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति करेंगे। हमें अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ति के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।