क्या महागठबंधन पर जनता का विश्वास घट गया? एनडीए को सत्ता में लाने का विचार: चिराग पासवान
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन पर जनता का विश्वास घटता जा रहा है।
- एनडीए को भारी मतों से सत्ता में लाने का मन बना चुकी है।
- विपक्ष के पास ठोस विकास योजनाएं नहीं हैं।
- राजस्व सृजन के मुद्दे पर स्पष्टता की जरूरत है।
- बिहार का विकास केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी से संभव है।
सिमरी बख्तियारपुर, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को बिहार के सिमरी बख्तियारपुर में एनडीए के चुनावी अभियान के दौरान महागठबंधन और विपक्षी नेताओं पर तीखा प्रहार किया।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब महागठबंधन पर विश्वास नहीं करती और एक बार फिर भारी मतों से एनडीए को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है।
चिराग पासवान ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार की जनता विश्वास खो चुकी है। जिस तरह से महागठबंधन टूटा है, चाहे कोई भी नेता आए या कुछ भी हो, बिहार की जनता ने एक बार फिर एनडीए को भारी मतों से वोट देने का संकल्प लिया है।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास न तो कोई ठोस योजना है और न ही विकास का कोई खाका। तेजस्वी यादव के हर परिवार को सरकारी नौकरी देने के वादे पर तंज कसते हुए चिराग ने कहा कि एक बार हमारे घोषणापत्र पर नजर डालिए, यह सिर्फ वादों का पुलिंदा नहीं है। इसमें एक स्पष्ट रोडमैप भी शामिल है कि हम उन्हें कैसे पूरा करेंगे।
तेजस्वी यादव को कम से कम अपना रोडमैप तो बताना चाहिए। वह हर परिवार के लिए सरकारी नौकरी का वादा कैसे कर रहे हैं? उनकी योजना क्या है? राजस्व सृजन कैसे होगा?”
इस दौरान चिराग पासवान ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी को भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आज जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हमारे साथ हैं और हम लोगों के बीच जा रहे हैं, तो यह मायने रखता है, क्योंकि उनके पास अनुभव है, उन्होंने परिणाम दिए हैं।
जिस तरह से मुंबई का विकास हुआ है, आज के युवा उसे देखते हैं और वहां जाने की ख्वाहिश रखते हैं। उसी तरह जब हम सभी एक साथ आकर बिहार के विकास के लिए काम करते हैं, तो हम बड़ी प्रगति हासिल कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। आज जनता के अंदर यह विश्वास देखने को मिल रहा है कि अलग-अलग राज्यों से आने वाले नेता मिलकर बिहार के विकास की नई कहानी लिखेंगे।