क्या बिहार: राजद नेता सुनील कुमार का भड़काऊ बयान पड़ गया भारी? पटना में दर्ज हुआ मुकदमा
सारांश
क्या बिहार में राजद नेता सुनील कुमार का भड़काऊ बयान चुनावी माहौल को प्रभावित करेगा? पटना में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। जानिए इस मामले की पूरी कहानी और उसके पीछे की सच्चाई।
Key Takeaways
- सुनील कुमार का भड़काऊ बयान राजनीतिक हलचल का कारण बना।
- पटना में साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया।
- बयान से घृणा और वैमनस्य की भावना उत्पन्न हो सकती है।
- लोगों ने ईमानदार सरकार की मांग की।
- राजनीति में उत्तेजक बयानों का गहरा प्रभाव होता है।
पटना, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना से पूर्व राजद नेता सुनील कुमार का एक भड़काऊ बयान देना उन्हें महंगा पड़ गया है। इस मामले में पटना के साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पटना साइबर थाने में तैनात पुलिस अवर निरीक्षक खुशबू कुमारी के अनुसार एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से प्राप्त जानकारी के आधार पर राष्ट्रीय जनता दल के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना को लेकर भड़काऊ बयान दिया है।
उनके बयान में कहा गया था कि अगर इस बार मतगणना में गड़बड़ी हुई, तो सड़कों पर नेपाल जैसा दृश्य देखने को मिलेगा। इस बयान से लोगों में घृणा और वैमनस्य की भावना उत्पन्न होने और शांति भंग होने की संभावना है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। इससे पहले, राजद के नेता सुनील कुमार ने चुनाव आयोग और प्रशासन को खुली चुनौती दी थी।
उन्होंने सभी एग्जिट पोलों को नकारते हुए कहा कि इस बार आम जनता सचेत है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी तरह की बेईमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से काम करें और जो भी प्रक्रिया हो, उसे सही तरीके से अपनाएं।
सुनील ने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो बिहार की सड़कों पर नेपाल, बांग्लादेश, और श्रीलंका जैसा दृश्य देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि कोई सरकार बेईमानी से बहुत दिनों तक नहीं चल सकती। यह आम जनता की आवाज है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी लोग एक ईमानदार सरकार चाहते हैं, जो भ्रष्टाचार और महिलाओं पर अत्याचार नहीं करती। हमें केवल तेजस्वी सरकार चाहिए।