क्या बिहार में अंतर्राष्ट्रीय त्रिपिटक चैटिंग समारोह की तैयारी तेज है, जिसमें 20,000 भिक्षु शामिल होंगे?
सारांश
Key Takeaways
- 20,000 भिक्षुओं का अंतर्राष्ट्रीय समारोह
- बोधगया में 2 दिसंबर से शुरू होगा
- महाबोधि मंदिर और कालचक्र मैदान में आयोजन
- विशेष पहचान पत्र की व्यवस्था
- सुरक्षा के लिए पुलिस और मेडिकल टीम की तैनाती
गयाजी, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के गयाजी जिले में स्थित बोधगया में दो दिसंबर20,000 भिक्षु, भिक्षुणी और श्रद्धालुओं की भागीदारी की उम्मीद है। इस आयोजन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है।
अभी तक की जानकारी के अनुसार, पिछले 20 वर्षों से निरंतर अंतर्राष्ट्रीय त्रिपिटक चैटिंग का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष भारत 20वें अंतर्राष्ट्रीय त्रिपिटक चैटिंग का आयोजक बना है। इस अवसर पर भारत के विभिन्न राज्यों और अन्य देशों से कई महत्वपूर्ण अतिथि भी आने की संभावना है। अंतर्राष्ट्रीय त्रिपिटक चैटिंग हर वर्ष अलग-अलग देशों में आयोजित होती है।
इस समारोह के लिए महाबोधि मंदिर और कालचक्र मैदान में भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। गयाजी के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति (बीटीएमसी) के कार्यालय में बैठक की, जिसमें आयोजन के दौरान क्राउड मैनेजमेंट, मेडिकल फैसिलिटी, फायर सेफ्टी, यातायात प्रबंधन, आवासन और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई।
आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवास स्थल में मुख्य रूप से निगमा मोनास्ट्री, मगध विश्वविद्यालय, बरमी बिहार, बंगलादेश मोनास्ट्री आदि का चयन किया गया है। इसके अलावा, बोधगया के विभिन्न सरकारी भवनों में भी आवास की व्यवस्था की जा रही है। बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं कार्यपालक पदाधिकारी को सभी आवास स्थलों पर रोशनी, बिजली, पेयजल, और टॉयलेट जैसी सभी सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कालचक्र मैदान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्र होने के मद्देनजर यहां एम्बुलेंस के साथ मेडिकल कैंप बनाने और डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। महाबोधि मंदिर के निकट भी मेडिकल कैंप लगाने के आदेश दिए गए हैं। बताया गया है कि श्रद्धालुओं को कालचक्र में प्रवेश के लिए एक विशेष पहचान पत्र त्रिपिटक आयोजकों द्वारा दिया जा रहा है।
इस समारोह के संबंध में महाबोधि मंदिर, कालचक्र मैदान कैंप, सभी गेट और बोधगया के विभिन्न स्थानों पर पुलिस