क्या कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन अहमदाबाद में देश के लिए गर्व की बात है: जील देसाई?
सारांश
Key Takeaways
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन अहमदाबाद में होगा।
- यह युवा एथलीटों के लिए प्रेरणादायक है।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा का अवसर मिलेगा।
- जील देसाई ने इस आयोजन को लेकर अपने विचार साझा किए।
- अहमदाबाद की खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
अहमदाबाद, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने औपचारिक रूप से कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेज़बानी का दायित्व ग्रहण कर लिया है। दिल्ली में 2010 में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद, देश एक बार फिर से इस महत्वपूर्ण खेल आयोजन की मेज़बानी के लिए तत्पर है। इस बार यह आयोजन अहमदाबाद में होने जा रहा है। देश के एथलीट, विशेषकर अहमदाबाद के एथलीट, इस अवसर को लेकर बेहद उत्साहित हैं। टेनिस खिलाड़ी जील देसाई ने कहा कि हमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का एक महत्वपूर्ण मौका मिलेगा।
राष्ट्र प्रेस से संवाद करते हुए जील देसाई ने कहा, "मुझे गर्व है कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन अहमदाबाद में हो रहा है। यह सिर्फ अहमदाबाद या गुजरात के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।" उन्होंने आगे कहा, "मैं इसी शहर से हूँ, इसलिए मुझे इस आयोजन के प्रति विशेष खुशी है। कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन युवा एथलीटों को प्रेरित करेगा और हमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का एक बड़ा मौका मिलेगा।"
जील देसाई एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी हैं, जिनका जन्म 18 फरवरी 1999 को अहमदाबाद में हुआ था। उन्होंने छह साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू किया और भारतीय खिलाड़ी के रूप में सबसे ज्यादा आइटीएफ जूनियर खिताब जीतने का सानिया मिर्जा का रिकॉर्ड तोड़ा है। वह दाहिने हाथ से खेलती हैं और टू-हैंडेड बैकहैंड में भी माहिर हैं। देसाई ने सिंगल्स और डबल्स में कई आइटीएफ टाइटल जीते हैं।
उन्होंने बिली जीन किंग कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और ऑस्ट्रेलियन ओपन एवं फ्रेंच ओपन जैसे ग्रैंड स्लैम जूनियर इवेंट्स में भी प्रदर्शन किया है। जील की डब्ल्यूटीए के अनुसार एकल में करियर का उच्चतम रैंक 511 है, जिसे उन्होंने 12 फरवरी 2024 को प्राप्त किया। डबल्स में उनकी शीर्ष रैंक 485 रही है, जो उन्हें 3 मार्च 2025 को मिली।
जील ने एकल में 4 और डबल्स में 6 आइटीएफ खिताब जीते हैं।