क्या बिहार में बसपा ने संगठन को सशक्त बनाने के लिए समीक्षा बैठक की?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में बहुजन समाज पार्टी की समीक्षा बैठक का आयोजन
- आकाश आनंद ने संगठन को सशक्त बनाने पर जोर दिया
- सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाने की आवश्यकता
- संविधान दिवस पर चिंताओं का उल्लेख
- कार्यकर्ताओं को सक्रियता का निर्देश
पटना, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार को पटना में एक महत्वपूर्ण राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद भी शामिल हुए। अन्य उपस्थित व्यक्तियों में राज्यसभा सांसद रामजी गौतम और प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार भी शामिल थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों का गहन विश्लेषण करना, संगठनात्मक कमजोरियों की पहचान करना और भविष्य के लिए संगठन को और अधिक मजबूत बनाना था।
बैठक के दौरान आकाश आनंद ने कहा कि बिहार और पूरे देश में सामाजिक न्याय की लड़ाई को और अधिक मजबूत बनाने का समय आ गया है। जब संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर लगातार दबाव बढ़ रहा है, तब बहुजन समाज, दलित-पिछड़े, अल्पसंख्यक और वंचित वर्गों को एकजुट होकर अपनी राजनीतिक भागीदारी को सशक्त करना होगा।
उन्होंने कहा, "बसपा केवल एक राजनीतिक पार्टी नहीं है, बल्कि यह बाबा साहेब अंबेडकर के मिशन और कांशीराम साहब के आंदोलन की निरंतर धारा है, जिसका उद्देश्य सत्ता नहीं बल्कि समाज का परिवर्तन है।"
बैठक में रामजी गौतम ने चुनाव के बाद संगठन के पुनर्गठन और सक्रियता के नए चरण में प्रवेश करने की बात कही। उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि मतदान से ठीक पहले महिलाओं के खातों में बड़ी मात्रा में राशि भेजी गई, जिसका सीधा उद्देश्य चुनाव को प्रभावित करना था।
उन्होंने आगे कहा कि बसपा कई सीटों पर दूसरे और तीसरे स्थान पर रही, लेकिन वोटों को जीत में बदलने में कमी रह गई। इसी कमी को दूर करने के लिए संगठनात्मक ढांचे की समीक्षा और कार्यकर्ताओं को नए सिरे से मैदान में उतरने का निर्देश दिया गया है।
प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने संविधान दिवस के मौके पर वर्तमान राजनीतिक स्थितियों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियां संविधान की मूल भावना से हटकर देश को धर्म आधारित दिशा देने की बात कर रही हैं, जो लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।
अनिल कुमार ने कहा, "संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित यह समीक्षा बैठक हमें याद दिलाती है कि संविधान की रक्षा करना ही हमारा मूल कर्तव्य है। जो शक्तियां संविधान को कमजोर करना चाहती हैं, उन्हें हमारे संगठन के माध्यम से जवाब दिया जाएगा।"