क्या बिहार में गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए कोई काम नहीं होता? : राहुल गांधी
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में गरीबों और अल्पसंख्यकों का हक नहीं मिल रहा है।
- नीतीश कुमार की सरकार को दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से चलाया जा रहा है।
- भाजपा का नफरत फैलाने में हाथ है।
- इंडी गठबंधन की सरकार बनने पर नालंदा विश्वविद्यालय खोला जाएगा।
- बेरोजगारी और टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना।
अररिया, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी गुरुवार को सीमांचल के अररिया पहुंचे। उन्होंने एनडीए पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बिहार में गरीबों, अति पिछड़ों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए कोई काम नहीं होता है।
राहुल गांधी ने अररिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार अब बिहार की सरकार नहीं चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार अब दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से चल रही है।
उन्होंने कहा कि जंगलराज अब दिल्ली में है। नीतीश कुमार जंगलराज की बात करते हैं, लेकिन असल में जंगलराज दिल्ली में ही है। पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में जंगलराज लागू कर रखा है। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का राज, धमकी का राज, नफरत का राज, नोटबंदी वाला राज, बेरोजगारी वाला राज, गलत जीएसटी वाला राज, किसानों का हक छीनने वाला राज, मजदूरों का हक कुचलने वाला राज, यह सब असल में जंगलराज का हिस्सा है।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा केवल नफरत फैलाने का काम करती है। यह हिंदुस्तान की जनता को आपस में लड़ाने का काम कर रही है।
उन्होंने बिहार के लोगों से वादा किया कि अगर इंडी गठबंधन की सरकार बनी, तो 'नालंदा यूनिवर्सिटी' जैसी एक विश्वविद्यालय खोली जाएगी। इसके अलावा बिहार के युवाओं के लिए टूरिस्ट सर्किट को विकसित किया जाएगा। बिहार में फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और कोल्ड चेन के विकास पर काम किया जाएगा, ताकि लोगों को रोजगार मिले।
उन्होंने रैली में 'वोट चोरी' का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा ने हरियाणा में 'वोट चोरी' की है। बिहार में भी भाजपा के लोग 'वोट चोरी' करने की कोशिश करेंगे। हमें इसे रोकने की जिम्मेदारी लेनी होगी। यह आपकी जिम्मेदारी है।