क्या बिहार में फिर बनेगी एनडीए सरकार, नीतीश कुमार होंगे मुख्यमंत्री? : रामनाथ ठाकुर

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने चुनाव में वापसी की उम्मीदें जताई हैं।
- नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के लिए प्रमुख उम्मीदवार हैं।
- पेंशन राशि में वृद्धि से नीतीश कुमार का समर्थन बढ़ा है।
- विपक्ष की आलोचनाएं चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकती हैं।
- बिहार की कानून व्यवस्था पर जनता का विश्वास बना हुआ है।
नई दिल्ली, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनावों के संदर्भ में एनडीए ने पुनः सत्ता में वापसी के प्रति पूर्ण आश्वस्ति व्यक्त की है। केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।
सोमवार को रामनाथ ठाकुर ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार के विकास में नीतीश कुमार ने महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। बिहार की जनता का उन पर विश्वास है।
जब तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को थका हुआ मुख्यमंत्री कहा, तो उन्होंने उत्तर दिया कि विपक्ष का कार्य सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करना है और सत्ता में वापसी की कामना करना है। जबकि सत्ताधारी पार्टी भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रही है। उदाहरण के लिए, नीतीश कुमार ने पेंशन राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया है। इस घोषणा से विपक्ष में कुछ हलचल हुई है, इसलिए मैं उनके बयानों पर अधिक टिप्पणी नहीं करूंगा।
सीवान में पीएम मोदी की जनसभा और चुनावी रणनीतियों को लेकर रामनाथ ठाकुर ने कहा कि एनडीए ने एक विशाल रैली आयोजित की, जिसमें गरीबों की अच्छी भागीदारी रही। सीवान की रैली विशेष रूप से प्रभावशाली रही, जिसमें गरीबों ने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर भरोसा व्यक्त किया कि ये नेता उनके लिए काम कर सकते हैं। चुनाव में केवल चार-पांच महीने बाकी हैं, और हमें विश्वास है कि एनडीए की सरकार पुनः बनेगी।
बिहार की कानून व्यवस्था पर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था संतोषजनक है। नीतीश कुमार पर बिहार की जनता का भरोसा है। विपक्षी दल कानून को मुद्दा बनाकर माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुलिस विभाग को स्पष्ट निर्देश हैं कि वे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें।