क्या बिहार में रोजगारपरक शिक्षा को प्राथमिकता देंगे ओम प्रकाश राजभर?

सारांश
Key Takeaways
- सुभासपा एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
- राजभर का ध्यान गरीबों और युवाओं पर है।
- पार्टी ने 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है।
- रोजगार सृजन और स्किल डेवलपमेंट पर जोर।
- बिहार में रोजगारपरक शिक्षा लागू करने का प्रयास।
पटना, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इस वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को पार्टी की ओर से एक सूची पहले ही भेजी जा चुकी है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हमारा उद्देश्य गरीबों को जमीन, बेरोजगार युवाओं को रोजगार, और फ्री शिक्षा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है। उन्होंने यह भी बताया कि युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ हुनर की कमी के कारण रोजगार प्राप्त नहीं होता है।
राजभर ने कहा कि सुभासपा रोजगार सृजन और स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान देने की योजना बना रही है, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हमने यूपी में ऐसा किया है और बिहार में भी इसे लागू करेंगे।
पटना में शुक्रवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस अधिवेशन में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों और एनडीए के साथ गठबंधन को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा की गई।
राजभर ने स्पष्ट किया कि पार्टी एनडीए के साथ मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और 29 सीटों पर दावेदारी की बात दोहराई। यह अधिवेशन पार्टी के लिए अपने जमीनी ताकत को दिखाने और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का एक बड़ा मंच है।
उन्होंने पिछड़े और अतिपिछड़े वर्गों के हितों को उठाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर दिल्ली में भी वार्ता हुई है और अन्य नेताओं से भी संपर्क किया जा रहा है।
इस दौरान, उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को दगा हुआ कारतूस बताया और कहा कि जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर भी लगातार चुनाव हारने का तंज कसा।