क्या बिहार लोकतंत्र की जननी है? एनडीए की ऐतिहासिक जीत पर पूर्व सीएम रघुबर दास ने जताया मतदाताओं का आभार
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने 202 सीटों पर जीत हासिल की।
- भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
- मतदाताओं ने विकास और सुशासन का समर्थन किया।
- झारखंड के स्थापना दिवस पर बधाई दी गई।
- भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई।
रांची, १५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने २०२ सीटों पर जीत हासिल कर एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की। इस चुनाव में भाजपा ने रिकॉर्ड सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर अपनी शक्ति दिखाई। दूसरे स्थान पर जदयू और तीसरे स्थान पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) रही।
एनडीए की इस ऐतिहासिक जीत पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने बिहार को लोकतंत्र की जननी बताते हुए मतदाताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने विकास का चयन किया है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में पूर्व सीएम ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है। बिहार के लोगों ने अपने प्रचंड जनादेश द्वारा विकास, सुशासन और कार्य-निष्पादन के प्रति अपना समर्थन प्रदर्शित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि बुनियादी ढांचा, महिला सशक्तीकरण और अन्य सरकारी कार्यक्रम समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचें। इसीलिए बिहार की जनता ने जातिवाद और सांप्रदायिकता से ऊपर उठकर एक विकसित बिहार के निर्माण के लिए जनादेश दिया है। यह प्रचंड वोटिंग और प्रचंड बहुमत विभाजनकारी पार्टियों को एक सबक है। जनता ने विकास की राजनीति और प्रदर्शन की राजनीति पर विश्वास व्यक्त किया है।
झारखंड के स्थापना दिवस पर उन्होंने कहा कि प्राकृतिक छटाओं और संसाधनों से भरपूर प्रदेश झारखंड के स्थापना दिवस की सभी को हार्दिक बधाई। प्राकृतिक सौंदर्य, कला, संस्कृति, नृत्य-संगीत और मेहनती तथा ईमानदार लोग झारखंड की पहचान हैं। बाबा बैद्यनाथ झारखंडवासियों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाएं, इस कामना के साथ मैं पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को शत-शत नमन करता हूँ।
भगवान बिरसा मुंडा की १५०वीं जयंती पर उन्होंने कहा कि गुलामी और शोषण के खिलाफ उलगुलान कर अंग्रेजी हुकूमत की जड़े हिलाने वाले अमर बलिदानी धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की १५०वीं जयंती पर शत-शत नमन। भगवान बिरसा मुंडा ने धर्म और आदि संस्कृति की रक्षा करने का आह्वान किया और समाज में चेतना जागृत की। अन्याय के खिलाफ उनका संघर्ष पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। समस्त देशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।