क्या बिहार में राजद ने महिला मोर्चा की अध्यक्ष रितु जायसवाल समेत 27 नेताओं को निष्कासित किया?
सारांश
Key Takeaways
- राजद ने 27 नेताओं को निष्कासित किया है।
- निष्कासन का कारण पार्टी विरोधी गतिविधियां हैं।
- महिला मोर्चा की अध्यक्ष रितु जायसवाल का नाम भी शामिल है।
- पार्टी की अनुशासन नीति को सख्त किया गया है।
- इंडिया महागठबंधन के तहत चुनावी गठबंधन जारी है।
पटना, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बागी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। बिहार राजद ने सोमवार को प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष रितु जायसवाल सहित 27 नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में निष्कासित कर दिया है। इन नेताओं में कई विधायक और पूर्व विधायक भी शामिल हैं।
निष्कासन की सूची में प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष रितु जायसवाल, विधायक छोटे लाल राय, पूर्व विधायक राम प्रकाश महतो, पूर्व एमएलए अनिल सहनी, सरोज यादव, पूर्व एमएलसी गणेश भारती, विधायक मोहम्मद कामरान, पूर्व एमएलए अनिल यादव, अक्षय लाल यादव और राम सखा महतो का नाम शामिल है।
इसके अतिरिक्त, राज्य परिषद सदस्य अविनाश कुमार, भगत यादव, मुकेश यादव, संजय राय, कुमार गौरव, राजीव कुशवाहा, दरभंगा, महेश प्रसाद गुप्ता, वकील प्रसाद यादव, पूनम देवी गुप्ता और मोतिहारी भी पार्टी से निष्कासित किए गए हैं। इसी तरह सुबोध यादव, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र प्रसाद यादव, अनिल चंद्र कुशवाहा, नीरज राय, अजित यादव, मोती यादव, राम नरेश पासवान और अशोक चौहान को भी छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है।
बिहार राजद के अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल द्वारा जारी आदेश में यह उल्लेख किया गया है कि बिहार चुनाव 2025 के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में राष्ट्रीय जनता दल के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी के सदस्यों द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में या राष्ट्रीय जनता दल के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ दल विरोधी गतिविधियों की सूचना प्राप्त हुई है।
इसी आधार पर पार्टी ने इन नेताओं को प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया है।
यह भी ध्यान दें कि इंडिया महागठबंधन के तहत राजद और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस गठबंधन में विकासशील इंसान पार्टी और वाम दल भी शामिल हैं।