क्या बिहार चुनाव में भ्रष्ट और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को वोट नहीं देना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- ईमानदार उम्मीदवारों को वोट दें।
- भ्रष्टाचार के मामलों से बचें।
- क्षत्रिय समाज को एकजुट होना चाहिए।
- राजनीतिक पारदर्शिता जरूरी है।
- नोटा का सही उपयोग करें।
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह (आरके सिंह) ने देशवासियों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने एक वीडियो साझा कर बिहार चुनाव के संबंध में एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया।
राजकुमार सिंह ने कहा कि यह चुनाव बिहार के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे में, आप सभी से आग्रह है कि आप सबसे ईमानदार उम्मीदवार को वोट दें। यदि सभी उम्मीदवार भ्रष्ट या अपराधी हैं, तो अपने वोट को नोटा को दें।
उन्होंने बताया कि राजद और कांग्रेस गठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है। तेजस्वी यादव की शिक्षा बहुत कम है, ऐसे में वे प्रदेश का नेतृत्व कैसे करेंगे? मुख्यमंत्री के लिए शिक्षित होना आवश्यक है।
इसके अलावा, तेजस्वी पर कई भ्रष्टाचार के मामले हैं। ऐसे में, वे बिहार के मुख्यमंत्री के लिए उपयुक्त नहीं हैं।
दूसरी ओर, नीतीश कुमार हैं। भाजपा ने नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात की है। लेकिन चुनाव के बाद वे सीएम बने रहेंगे या नहीं, यह निश्चित नहीं है। विपक्षी दलों का कहना है कि नीतीश का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। यदि नीतीश को इस्तीफा देना पड़ा, तो भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाएगी। भाजपा के पास सम्राट चौधरी, नित्यानंद राय और दिलीप जायसवाल जैसे चेहरे हैं, लेकिन उन पर भी कई आरोप हैं।
जन सुराज पार्टी एक नई पार्टी है, जिसे बिहार के लोगों ने अभी तक काम करते नहीं देखा है। ऐसे में इस पर विश्वास करना कठिन है। बिहार की जनता को गंभीरता से मुख्यमंत्री का चुनाव करना होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, राजकुमार सिंह ने क्षत्रिय समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि क्षत्रिय समाज बंटा रहा, तो उसकी राजनीतिक हैसियत खत्म हो जाएगी।
उन्होंने कहा, "हमारा समाज कई हिस्सों में बंटा है, इसलिए किसी भी राजनीतिक दल में हमारी कीमत नहीं है। अगर हम एकजुट हों, तो कोई पार्टी हमारी अनदेखी नहीं कर सकेगी।"
राज कुमार सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज उस पार्टी का समर्थन करेगा, जो उन्हें सबसे ज्यादा टिकट और सम्मान देगी। उन्होंने कहा, "हम किसी पार्टी से बंधे नहीं हैं। जो हमारी हिस्सेदारी देगा, हम उसी के साथ खड़े होंगे, चाहे वह महागठबंधन हो या एनडीए।"