क्या भारतीय चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव और 8 सीटों पर उपचुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है।
- यह चुनाव प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाएगा।
- आयोग ने 121 सामान्य और 18 पुलिस पर्यवेक्षक तैनात किए हैं।
- मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा।
- मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बिहार विधानसभा चुनाव और 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। यह कदम उठाने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से स्वतंत्र और निष्पक्ष हो, ताकि सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को समान अवसर मिल सकें।
आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 20बी के तहत अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 121 सामान्य पर्यवेक्षक और 18 पुलिस पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं, जबकि दूसरे चरण में 122 सामान्य पर्यवेक्षक और 20 पुलिस पर्यवेक्षक भेजे गए हैं। इसके अतिरिक्त, 8 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों के लिए 8 सामान्य और 8 पुलिस पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है।
सभी पर्यवेक्षक अब अपने आवंटित क्षेत्रों में स्थायी रूप से तैनात हो चुके हैं और उन्होंने अपने पहले दौरे पूरे कर लिए हैं।
निर्वाचन आयोग ने पर्यवेक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे चुनावी प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी करें और पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करें। उन्हें सभी राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और मतदाताओं के लिए सुलभ रहने और उनकी शिकायतों का त्वरित समाधान करने के लिए भी कहा गया है।
आयोग ने मतदान केंद्रों का दौरा करने और मतदाताओं की सुविधा के लिए हालिया पहलों को लागू करने के लिए भी पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया है। इसका उद्देश्य सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के लिए समान अवसर प्रदान करना है।
भारतीय चुनाव आयोग पहले ही बिहार विधानसभा चुनाव और 8 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनावों का कार्यक्रम घोषित कर चुका है। बिहार में मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि उपचुनावों के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी।