क्या बिहार विधानसभा चुनाव में संदेश सीट पर राजद हैट्रिक लगाएगी या जदयू का तीर चलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में राजद और जदयू के बीच कांटे की टक्कर।
- संदेश विधानसभा में कुल जनसंख्या 502841 है।
- बदलाव की उम्मीद कर रहे मतदाता रोजमर्रा की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
पटना, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान की तिथियाँ जैसे-जैसे करीब आ रही हैं, वैसे-वैसे मतदाताओं की उत्सुकता बढ़ती जा रही है कि क्या इस बार कोई बदलाव आएगा या कोई नई पार्टी का विधायक उनकी प्रतिनिधित्व करेगा। भोजपुर जिले की संदेश विधानसभा सीट पर भी मतदाता इसी सवाल से जूझ रहे हैं।
इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। 2015 और 2020 में लगातार जीत हासिल कर चुकी राजद यहाँ हैट्रिक लगाने को बेताब है, जबकि जदयू अपने तीर से इस सीट पर कब्जा करने के लिए तैयार है।
राजद ने इस बार दीपू सिंह राणावत को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं जदयू ने राधाचरण साह को टिकट दिया है।
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान नजदीक है, और यहाँ के मतदाता रोजमर्रा की मुश्किलों से जूझते हुए बदलाव की उम्मीद लगाए हैं।
बाढ़, बेरोजगारी, खराब स्वास्थ्य सेवाएँ और टूटी सड़कें, ये मुद्दे चुनावी बहस का केंद्र बन रहे हैं। यहाँ बाढ़ की समस्या से किसान परेशान हैं। उनकी फसलें डूब जाती हैं और घर उजड़ जाते हैं। तटबंध को मजबूत करने के वादे केवल कागजों तक सीमित हैं, और सिंचाई सुविधाओं की कमी किसानों को परेशान कर रही है। बिहार के अन्य क्षेत्रों के साथ ही इस विधानसभा के युवा भी रोजगार के लिए पलायन करते हैं। यहाँ स्कूल तो हैं, लेकिन जो मूलभूत सुविधाएँ होनी चाहिए वह नहीं हैं। अस्पतालों में अव्यवस्था से मरीजों को काफी परेशानी होती है।
वहीं, डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को भोजपुर जिला से दूर जिलों में इलाज के लिए जाना पड़ता है।
हालांकि, हाल ही में पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की ओर से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत मिली 10 हजार की धनराशि ने यहाँ रोजगार का सपना देख रही महिलाओं के चेहरे पर खुशी बिखेरी है, लेकिन टूटी सड़कें, बिजली कटौती और गर्मियों में पानी का संकट आम है। जनता अब इस सीट पर बदलाव चाहती है।
भोजपुर जिला के संदेश विधानसभा में कुल जनसंख्या 502841 है। यहाँ पुरुषों की जनसंख्या 261064 और महिलाओं की जनसंख्या 241777 है।
चुनाव आयोग के डाटा के अनुसार, कुल मतदाता 294047, पुरुष मतदाता 154806, महिलाएं 139240 और थर्ड जेंडर 1 मतदाता हैं।
इस विधानसभा सीट के इतिहास पर नज़र डालें तो यहाँ पर राजद का दबदबा रहा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने जदयू के उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की थी। 2015 में भी राजद ने इस सीट पर जीत प्राप्त की। हालाँकि, 2010 में भाजपा के उम्मीदवार ने जीत हासिल की। 2010 के बाद इस सीट पर बीते दो चुनाव में जदयू को हार का सामना करना पड़ा। 2015 में राजद ने उस समय इस सीट पर जीत हासिल की थी जब केंद्र में मोदी सरकार और देशभर में मोदी लहर चल रही थी।
वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2025 में भी कुछ इसी तरह का समीकरण है। राजद महागठबंधन के साथ चुनावी मैदान में है और जदयू एनडीए के साथ चुनावी मैदान में है। देखना होगा कि क्या इस बार इस सीट पर परिणाम जदयू, एनडीए के पक्ष में आते हैं या फिर राजद तीसरी बार इस सीट पर जीत हासिल करेगा।