क्या विपक्ष को बिहार की जनता से सीखना चाहिए? एसआईआर पर दिलीप जायसवाल का जवाब
सारांश
Key Takeaways
- बिहार की जनता ने एसआईआर प्रक्रिया का समर्थन किया।
- विपक्ष को बिहार के मतदाताओं से सीखने की आवश्यकता है।
- राज्य में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रयास जारी हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी का सपना भारत को 2047 तक 'विकसित राष्ट्र' बनाना है।
पटना, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री और भाजपा के राज्य अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कांग्रेस की 'वोट चोरी' रैली पर तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को बिहार की जनता से सीखना चाहिए, जिसने एसआईआर प्रक्रिया का समर्थन करते हुए चुनाव में अपना निर्णय लिया।
दिलीप जायसवाल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "देश में सबसे पहले बिहार में एसआईआर प्रक्रिया की शुरुआत हुई, जिससे मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया गया। बिहार के 7 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने एसआईआर प्रक्रिया का समर्थन किया। बिहार में एसआईआर के बाद चुनाव हुए, जिसमें जनता ने खुलकर मतदान किया।"
उन्होंने कहा, "विपक्षी दलों को बिहार के 7 करोड़ से अधिक मतदाताओं से सीखना चाहिए कि जब राज्य ने एसआईआर को स्वीकार किया है और मतदाता सूची के शुद्धिकरण को सही माना है, तब ये लोग क्या कर रहे हैं?
विपक्ष के इन नेताओं को जनता समझ रही है और पहचान रही है, इसीलिए विपक्षियों के हाशिए पर पहुंचने का समय आ चुका है।"
बिहार सरकार की कानून व्यवस्था पर दिलीप जायसवाल ने कहा कि राज्य का गृह विभाग सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में जुटा है। शनिवार को परेड के बाद बिहार पुलिस के साथ बड़ी संख्या में सब-इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हुए हैं। उन्होंने फिर दोहराया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री सम्राट चौधरी राज्य में लगातार सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं।
'ट्रंप टैरिफ' पर दिलीप जायसवाल ने कहा कि अमेरिका कितने भी प्रतिशत टैरिफ लगाए, भारत उस देश पर निर्भर नहीं है। भारत की अपनी आर्थिक नीति है, जिस पर चलते हुए देश काफी मजबूत हो चुका है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना भारत को 2047 तक 'विकसित राष्ट्र' बनाने का है। देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारी कोशिश अगले कुछ सालों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की है। दिलीप जायसवाल ने भाजपा संगठन को लेकर कहा कि आज पूरे देश में पार्टी का विस्तार हो रहा है और राज्यवार हम अपना ध्वज फहरा रहे हैं।