क्या बीजद ने बलंगा पीड़िता के लिए न्याय की मांग की, उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा भी मांगा?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हो रही है।
- बीजद ने उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
- पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए गए हैं।
- महिलाओं की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है।
- राजनीतिक दबाव के कारण जांच प्रभावित हो रही है।
भुवनेश्वर, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बीजू जनता दल (बीजद) की नेता लेखाश्री सामंतसिंहर ने पुरी जिले के बलंगा में एक नाबालिग की दुखद मृत्यु को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा सरकार पर कड़ा आरोप लगाया। उन्होंने उपमुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की।
सामंतसिंहर ने कहा कि भाजपा शासन में एक चिंताजनक प्रवृत्ति उभर कर आई है, जिसका नारा है "बेटी पढ़ाओ, बेटी जलाओ।" इसके साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ओडिशा में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूरी तरह असफल रही है।
उन्होंने कहा, "ओडिशा में प्रतिदिन महिलाओं के खिलाफ बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और अपहरण के लगभग 15 मामले उजागर होते हैं। बालासोर या बलंगा में लड़कियों को जिंदा जलाने की एक डरावनी प्रवृत्ति विकसित हो रही है। दोनों घटनाओं में एक 15 वर्षीय लड़की की जान गई।"
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "शुरुआत में पुलिस ने कहा था कि बलंगा मामले में तीन लोग शामिल थे। अब उनका कहना है कि किसी की संलिप्तता का कोई प्रमाण नहीं है। यह स्थिति जांच पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।"
सामंतसिंहर ने जांच को त्रुटिपूर्ण और राजनीतिक रूप से प्रभावित बताते हुए कहा कि बीजद न्याय के लिए सड़कों पर उतरेगी। उन्होंने उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा के इस्तीफे की भी मांग की, यह बताते हुए कि यह घटना उनके निर्वाचन क्षेत्र में हुई थी।
ज्ञातव्य है कि 19 जुलाई को तीन लड़कों ने 15 वर्षीय लड़की को आग के हवाले कर दिया था। वह लगभग 70 प्रतिशत जल गई थी। पहले उसका उपचार भुवनेश्वर स्थित एम्स में हुआ और बाद में बेहतर उपचार के लिए दिल्ली के एम्स में भेजा गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद, प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजद ने राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं।