क्या कांग्रेस के विरोध में भाजपा विधायक जगमोहन आनंद ने चेतावनी दी?
सारांश
Key Takeaways
- रजत लाठर का पोस्टर पर कालिख पोतना एक विवादास्पद घटना है।
- भाजपा विधायक ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- राजनीतिक असहमति के दौरान सार्वजनिक प्रदर्शन की सीमाएं तय होनी चाहिए।
- पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन गिरफ्तारी को अदालत ने गलत ठहराया।
- इस घटना के राजनीतिक प्रभाव पर चर्चा हो रही है।
करनाल, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के करनाल में यूथ कांग्रेस नेता रजत लाठर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के पोस्टर पर कालिख पोतने का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है। भले ही रजत लाठर को जमानत मिल गई है, लेकिन भाजपा के नेता और कार्यकर्ता इसकी कड़ी भर्त्सना कर रहे हैं। इस बीच भाजपा विधायक जगमोहन आनंद ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
करनाल से भाजपा विधायक जगमोहन आनंद ने कहा कि इस प्रकार के कृत्य कांग्रेस पार्टी के नेताओं के लिए उचित नहीं हैं।
जगमोहन आनंद ने कहा कि देश की जनता अब जागरूक हो चुकी है। यह प्रदर्शन करने का सही तरीका नहीं है। आप धरना दें, प्रदर्शन करें, वोट चोरी के आरोप में विरोध करें, लेकिन इस तरह की हरकतें शोभा नहीं देतीं। व्यक्तिगत तौर पर इस तरह की गतिविधियों से बचना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि जिस दिन भाजपा के कार्यकर्ता जवाब देने के लिए आगे आए, तब इन लोगों को अपनी जान बचाना मुश्किल हो जाएगा।
असल में, करनाल में शुक्रवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें करनाल से कांग्रेस के ग्रामीण युवा जिला प्रधान और एक अन्य युवक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पोस्टर पर स्प्रे से कालिख पोतते हुए दिखाई दे रहे हैं। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, विभिन्न प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं।
इस मामले को देखते हुए पुलिस ने युवा प्रधान रजत लाठर और उसके साथी को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया था। दोपहर में दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
युवा नेता रजत लाठर के वकील विक्रांत राठौर ने कहा कि चाहे जो भी मामला हो, पुलिस को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्य करना आवश्यक है। इस मामले में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। अदालत ने भी दोनों की गिरफ्तारी को गलत ठहराया और उन्हें जमानत दी है।