क्या ब्लाइंड महिला टी-20 वर्ल्ड कप में बेटियों की सफलता देशवासियों के लिए प्रेरणा और गर्व का प्रतीक है?
सारांश
Key Takeaways
- बेटियों की सफलता एक प्रेरणा है।
- महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुकी हैं।
- राज्यपाल ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
- यह एक ऐतिहासिक जीत है।
- मध्य प्रदेश ने विश्व स्तर पर नाम रोशन किया।
भोपाल, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने खेल के क्षेत्र में बेटियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बेटियों की ये उपलब्धियाँ हर देशवासी के लिए प्रेरणा और गर्व का स्रोत हैं। उन्होंने सोमवार को राष्ट्रीय ब्लाइंड महिला टी-20 टीम की प्रदेश की खिलाड़ी सुषमा पटेल, सुनीता सराठे और दुर्गा येवले से लोकभवन में संवाद करते हुए कहा कि ब्लाइंड महिला टी-20 वर्ल्ड कप-2025 की विजेता टीम की बेटियां महिला सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण प्रतीक हैं।
राज्यपाल पटेल ने आगे कहा कि इस कार्यक्रम में विजेता होना दिव्यांगजनों के हौसले और उनकी dिव्यता का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है। इन बेटियों की सफलता ने न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने इन खिलाड़ियों को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल पटेल ने खिलाड़ियों और उनके कोच को भी प्रोत्साहित किया और उन्हें बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। भारतीय महिला (ब्लाइंड) क्रिकेट टीम ने 23 नवंबर 2025 को कोलंबो में आयोजित टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में नेपाल को हराकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। इस राष्ट्रीय टीम में मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले की सुनीता सराठे, दमोह जिले की सुषमा पटेल और बैतूल जिले की दुर्गा येवले जैसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल रही हैं।