क्या उज्जैन में सिंहस्थ पर 24 घंटे में 5 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे?: सीएम मोहन यादव
सारांश
Key Takeaways
- सिंहस्थ 2028 के लिए उज्जैन में व्यापक तैयारियाँ चल रही हैं।
- 5 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था की जाएगी।
- सरकार ने 2675 करोड़ रुपये के कार्यों को मंजूरी दी है।
उज्जैन, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की पवित्र नगरी उज्जैन में वर्ष 2028 में सिंहस्थ का आयोजन होने जा रहा है, और इसकी तैयारियों में तेजी लाई जा रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि यहां के 30 किलोमीटर लंबे घाट पर 24 घंटे में 5 करोड़ श्रद्धालु स्नान या आचमन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री यादव ने सोमवार को उज्जैन के नानाखेड़ा स्टेडियम में विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन एवं भूमिपूजन समारोह के दौरान कहा कि सिंहस्थ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है।
उन्होंने कहा कि यह भारतीय धर्म, संस्कृति, आध्यात्म और पर्यटन का अद्भुत समागम है। सिंहस्थ के आयोजन के मद्देनजर सरकार ने सभी आवश्यक तैयारियों को प्रारंभ कर दिया है। हमारी कोशिश है कि 30 किलोमीटर लंबे घाटों में 24 घंटे में 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शिप्रा के पवित्र जल में स्नान और आचमन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सिंहस्थ को सफल बनाने के लिए उज्जैन में 2675 करोड़ रुपये की लागत से 33 प्रमुख कार्यों को स्वीकृति दी गई है। महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं का स्वागत है। पिछले तीन-चार दिनों में ही 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकाल के दर्शन किए हैं। उज्जैन आने वाले सभी श्रद्धालु केवल हमारे मेहमान नहीं, बल्कि स्वयं महाकाल द्वारा आमंत्रित अतिथि हैं। इसलिए श्रद्धालुओं के सत्कार से जुड़ी हर व्यवस्था में संवेदनशीलता और आत्मीयता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल की कृपा से उज्जैन केवल भारत ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व की आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बना हुआ है। उज्जैन के नागरिकों का सहयोग महाकाल की सच्ची सेवा है। सरकार, प्रशासन और समाज मिलकर सिंहस्थ-2028 को एक भव्य, दिव्य और अनुशासित आयोजन के रूप में सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाएंगे।
सीएम ने उज्जैन में युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई तीन महत्वपूर्ण पहलों का भी शुभारंभ किया। उन्होंने प्रोजेक्ट स्वाध्याय का उद्घाटन किया, जिससे विद्यार्थियों को कम उम्र से ही कोडिंग और डिजिटल सोच से जोड़ा जा रहा है। सीएम यादव ने कहा कि ये तीनों पहल उज्जैन के युवाओं को केवल डिग्री तक सीमित नहीं रखेंगी, बल्कि उन्हें जॉब-रेडी, स्टार्टअप-रेडी और फ्यूचर-रेडी बनाने की दिशा में काम करेंगी।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उज्जैन के पुराने हॉकी स्टेडियम में आधुनिक एस्ट्रोटर्फ लगाया जाएगा, जिससे यहां इंटरनेशनल हॉकी मैच आयोजित हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में भारतीय खिलाड़ी लगभग सभी खेलों में पदक विजेता बन रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम मध्य प्रदेश के युवाओं को नौकरी पाने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाने का प्रयास कर रहे हैं। आज की गई पहलें कल इसी दिशा में हमारी मदद करेंगी। मध्यप्रदेश सरकार सीखो-कमाओ योजना, स्किल इंडिया मिशन और प्रधानमंत्री इंटर्नशिप स्कीम जैसी योजनाओं के माध्यम से युवाओं को शिक्षा के साथ व्यावहारिक अनुभव देकर उन्हें बाजार और उद्योगों के लिए तैयार कर रही है। यही सही समय है कि उज्जैन के युवा भविष्य के लिए तैयार रहें।