क्या 2025 में महिला विश्व कप में प्राइज मनी बढ़ी है? बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटर्स की मैच फीस में इजाफा किया!
सारांश
Key Takeaways
- महिला वनडे विश्व कप 2025 ने 123 करोड़ रुपये की प्राइज मनी हासिल की।
- बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस को दोगुना किया।
- महिला क्रिकेट की लोकप्रियता में वृद्धि हो रही है।
- दर्शकों की संख्या में इजाफा होने से क्रिकेट संघ अधिक निवेश कर रहे हैं।
- महिला खिलाड़ियों की मार्केट वैल्यू में 60 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 में भारतीय महिला टीम ने वनडे विश्व कप खिताब जीतकर देश का मान बढ़ाया है। टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 नवंबर को खेले गए मुकाबले में 52 रन से जीत हासिल की।
महिला वनडे विश्व कप 2025 की प्राइज मनी लगभग 123 करोड़ रुपये थी, जो कि 2022 में खेले गए महिला विश्व कप से तीन गुना ज्यादा है। जबकि पुरुष वनडे विश्व कप 2023 की प्राइज मनी लगभग 88 करोड़ रुपये थी। यह महिला क्रिकेट में ऐतिहासिक समानता लाने के आईसीसी के प्रयास को दर्शाता है।
महिला वनडे विश्व कप 2025 के खिताबी मुकाबले को 18.5 करोड़ लोगों ने देखा, जो कि पुरुष टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल मैच के बराबर है। फाइनल के दौरान 10 सेकंड2.5 से 3 लाख रुपये का था।
फाइनल मैच में दर्शकों की संख्या में भारी इजाफा यह दर्शाता है कि अब महिला क्रिकेट भी मुख्यधारा में आ रहा है।
इस वर्ष भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने महिला क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस बढ़ाई है। घरेलू महिला क्रिकेटरों की मैच फीस अब दोगुनी से भी अधिक हो गई है।
सीनियर महिला क्रिकेटर्स को अब घरेलू टूर्नामेंट में खेलने पर प्रतिदिन 50,000 रुपये मिलेंगे। वहीं, सीनियर महिला वनडे और मल्टी-डे टूर्नामेंट की प्लेइंग इलेवन में शामिल खिलाड़ियों को भी प्रतिदिन 50,000 रुपये मिलेंगे। रिजर्व खिलाड़ियों को 25,000 रुपये मिलेंगे, जबकि नेशनल टी20 टूर्नामेंट खेलने वाले खिलाड़ियों को 25,000 रुपये और रिजर्व खिलाड़ियों को 12,500 रुपये मिलेंगे।
यह निश्चित रूप से भारत की करोड़ों लड़कियों को इस खेल में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा। भारत की जीत से लड़कियों को खेल अपनाने की प्रेरणा मिलेगी और समाज में महिला खिलाड़ियों के प्रति सम्मान बढ़ेगा।
इससे न केवल महिला खिलाड़ियों की मार्केट वैल्यू में लगभग 60 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, बल्कि टीवी रेटिंग और स्टेडियम में दर्शक बढ़ने से स्पॉन्सर, विज्ञापन और ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू में भी वृद्धि हुई है, जिससे महिला क्रिकेट को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
दर्शकों की संख्या में इजाफा होने से राज्य क्रिकेट संघ महिला क्रिकेट में अधिक निवेश करेगा, जिससे मजबूत ढांचा तैयार होगा। खिलाड़ियों की लोकप्रियता में वृद्धि से उन्हें लीग क्रिकेट में बेहतर कॉन्ट्रैक्ट, अधिक मैच और आर्थिक सुरक्षा मिलने की उम्मीद है।