क्या बॉलीवुड के नामी म्यूजिक कंपोजर के नाम पर धोखाधड़ी हुई?

सारांश
Key Takeaways
- युवा कलाकारों को धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए।
- सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा न करें।
- सभी वित्तीय लेन-देन को सावधानी से जांचें।
नोएडा, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मनोरंजन क्षेत्र में अपने करियर का सपना देखने वाले युवाओं को अक्सर ठगों का शिकार होना पड़ता है। हाल ही में एक बड़े धोखाधड़ी मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें स्वतंत्र गायक और गीतकार हिमांशु शर्मा सहित कई कलाकार फर्जीवाड़े का शिकार बने हैं।
हिमांशु शर्मा ने बताया कि 1 जून को उन्हें इंस्टाग्राम पर एक व्यक्ति ने संदेश भेजा, जिसने खुद को बॉलीवुड के प्रसिद्ध म्यूजिक कंपोजर चंदन सक्सेना बताया। चंदन सक्सेना का नाम बॉलीवुड फिल्मों से जुड़ा होने के कारण हिमांशु को विश्वास हो गया कि यह उनके करियर का सुनहरा अवसर हो सकता है।
बातचीत के दौरान उस व्यक्ति ने पेशेवर तरीके से खुद को प्रस्तुत किया और हिमांशु को एक कथित फिल्म प्रोजेक्ट के लिए इंस्ट्रूमेंटल ट्रैक भेजने और वोकल रिकॉर्ड करने के लिए कहा। यहीं से धोखाधड़ी की असली कहानी शुरू हुई।
हिमांशु से पहले 'आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन' के नाम पर ११,४५० रुपये की मांग की गई और भुगतान के बाद उन्हें एक फर्जी इनवॉइस भेजा गया। इसके बाद 'एनओसी' और 'आरसीएफ' जैसी बनावटी प्रक्रियाओं के नाम पर उनसे १०,६०० और १०,००० रुपये और वसूले गए।
यह भी नहीं रुका, आईएमबीडी और इंडियन बॉक्स ऑफिस पेज पर उनका नाम डालने का झांसा देकर भी पैसे ऐंठे गए। कुछ समय तक सब कुछ सही लगने के बाद हिमांशु को सोशल मीडिया पर 'चंदन सक्सेना फ्रॉड है' जैसी पोस्ट मिलीं, जिसके बाद उन्हें असलियत का एहसास हुआ।
अब तक हिमांशु ने लगभग ३२,००० रुपये गंवा दिए हैं। उनका कहना है कि पैसों से ज्यादा उनके सपनों और भावनाओं को ठेस पहुंची है। जांच में सामने आया कि यह व्यक्ति कई वर्षों से नए कलाकारों को इसी तरह ठग रहा है। हिमांशु के अनुसार, अब तक ३०-३५ से ज्यादा पीड़ित उनसे संपर्क कर चुके हैं। सभी के साथ एक समान पैटर्न अपनाया गया। हिमांशु और अन्य पीड़ितों ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
कंप्लेंट के अनुसार, जिन अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, उनमें से एक अकाउंट धारक वलेंदु शुक्ला, हाउस नंबर ४५, चाइगनपुर, अमरपाली मॉल के पास, ग्रेटर नोएडा, गौतम बुद्ध नगर का है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और साइबर पुलिस के अलावा अन्य टीमें भी छानबीन में जुटी हैं।