क्या बीएसएफ ने भारत-पाक सीमा के पास संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया?
सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ ने एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया।
- युवक की पहचान 21 वर्षीय पंकज के रूप में हुई है।
- सीमा क्षेत्र में सुरक्षा बलों की सतर्कता बढ़ाई गई है।
- पुलिस और खुफिया एजेंसियां जांच में जुटी हैं।
- इस घटना से राष्ट्रीय सुरक्षा की महत्वपूर्णता पर ध्यान केंद्रित होता है।
जैसलमेर, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया गया है। 38 बटालियन के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने युवक को 192 आरडी क्षेत्र में घूमते हुए पकड़ा।
युवक की पहचान 21 वर्षीय पंकज पुत्र सोमपाल कश्यप के रूप में हुई है। यह युवक उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर स्थित रिहाड़ी गांव का निवासी बताया जा रहा है।
सीमा क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों के कारण जवानों ने युवक को तुरंत हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद, बीएसएफ ने युवक को पुलिस के सुपुर्द किया।
भारत-पाक बॉर्डर पर इस समय हाई अलर्ट है। हर बाहरी व्यक्ति की कड़ाई से जांच और पूछताछ की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि युवक सीमा क्षेत्र में कैसे पहुंचा।
बॉर्डर के संवेदनशील इलाके में युवक की उपस्थिति के कारण सतर्कता बढ़ा दी गई है। युवक के मोबाइल, गतिविधियों और मूवमेंट की भी जांच की जा रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां युवक के बैकग्राउंड की छानबीन कर रही हैं। संदिग्ध युवक की जेआईसी सोमवार को की जाएगी। घटना के बाद पूरे सीमा क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इससे पहले 30 अक्टूबर को भी बीएसएफ के जवानों ने राजस्थान के जैसलमेर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया था। सूत्रों के अनुसार, बिहार के अररिया जिले का निवासी मोहम्मद इकबाल (लगभग 40) नामक व्यक्ति को मुरार सीमा क्षेत्र में बीएसएफ जवानों ने नियमित गश्त के दौरान पकड़ा था।
कथित तौर पर वह प्रतिबंधित सीमा क्षेत्र के पास संदिग्ध तरीके से घूम रहा था। बीएसएफ की एक टीम ने तुरंत इकबाल को हिरासत में ले लिया और घटनास्थल पर ही उससे प्रारंभिक पूछताछ की।
एक सूत्र ने बताया कि वह व्यक्ति कोई वैध पहचान पत्र या संवेदनशील क्षेत्र में जाने की अनुमति दिखाने में विफल रहा। उसके जवाबों से और भी संदेह पैदा हुआ।
प्रारंभिक पूछताछ के बाद, बीएसएफ ने इकबाल को आगे की जांच के लिए शाहगढ़ पुलिस को सौंप दिया।