क्या सीबीआई ने दिल्ली के कार्यकारी अभियंता को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने कार्यकारी अभियंता को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।
- 30,000 रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।
- 1.60 करोड़ रुपए की नकदी और संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई की सक्रियता महत्वपूर्ण है।
- आगे की जांच जारी है।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। रिश्वतखोरी के मामलों में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिल्ली लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को गिरफ्तार किया।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने 28 जुलाई को आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। आरोप है कि कार्यकारी अभियंता ने लंबित बिलों का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए कुल राशि का 3 प्रतिशत कमीशन, अर्थात् रिश्वत, मांगी थी।
आरोपी कार्यकारी अभियंता ने शिकायतकर्ता से उसके लंबित बिलों के भुगतान के लिए 30,000 रुपए की रिश्वत की मांग की। सीबीआई ने जाल बिछाया और दिल्ली के राउज एवेन्यू जिला न्यायालय परिसर में लोक निर्माण विभाग के न्यायिक सिविल प्रभाग-2 के कार्यकारी अभियंता (सी) को शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में सीबीआई ने दिल्ली और जयपुर में तलाशी ली, जहां से 1.60 करोड़ रुपए नकद, संपत्ति के दस्तावेज और पर्याप्त शेष राशि वाले बैंक खाते बरामद हुए।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान कालू राम मीणा के रूप में हुई। सीबीआई इस मामले में आगे की जांच कर रही है।