क्या सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने सेना के ईस्टर्न कमांड का दौरा कर आधुनिकीकरण पर जोर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- आधुनिकीकरण पर जोर
- भविष्य की चुनौतियों का सामना
- संविधान और तकनीकी उन्नयन
- समन्वय को प्राथमिकता
- नवाचार और पेशेवर दक्षता
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने रविवार को भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कमांड के वरिष्ठ अधिकारियों और स्टाफ के साथ संवाद किया। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और परिवर्तनकारी सुधारों की रूपरेखा पर एक प्रेरक और विस्तृत संबोधन दिया।
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए फ्यूचर रेडीनेस, जॉइंटनेस और ऑपरेशनल एक्सीलेंस पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि बदलते सुरक्षा परिदृश्य में तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय, तकनीकी उन्नयन और बहु-डोमेन क्षमताओं का विकास समय की आवश्यकता है। सीडीएस ने अधिकारियों से नवाचार, पेशेवर दक्षता और मिशन-उन्मुख दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया, ताकि सशस्त्र बल किसी भी परिस्थिति में प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सक्षम रहें।
दौरे के दौरान कमांड मिलिट्री डेंटल सेंटर के कमांडेंट मेजर जनरल बालकृष्णन ने सीडीएस को पुस्तक 'माय पाक डायरी: 16 अप्रैल-16 अगस्त 2025' भेंट की। यह पुस्तक ऑपरेशन सिंदूर तथा 2025 के दौरान भारत-पाकिस्तान से जुड़े प्रमुख घटनाक्रमों का दस्तावेजीकरण करती है। इस पुस्तक की प्रस्तावना सीडीएस ने ही लिखी है।
इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) मुख्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने अपने आउटरीच प्रोग्राम के तहत भारतीय सेना की ईस्टर्न कमांड का दौरा किया। इस दौरे के दौरान, उन्होंने सभी अधिकारियों को एक जानकारी भरी स्पीच दी, जिसमें उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों में आधुनिकीकरण और बदलाव वाले सुधारों के रोडमैप पर जोर दिया, साथ ही भविष्य की तैयारी, तालमेल और ऑपरेशनल बेहतरीन प्रदर्शन पर भी जोर दिया।"
आईडीएस ने पोस्ट में आगे लिखा, "सीडीएस को मेजर जनरल बालकृष्णन, कमांडेंट कमांड मिलिट्री डेंटल सेंटर और कमांड डेंटल एडवाइजर ने 'माई पाक डायरी: 16 अप्रैल–16 अगस्त 2025' भेंट की, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और 2025 के भारत-पाकिस्तान के मुख्य घटनाक्रमों का दस्तावेजीकरण किया गया है, जिसकी प्रस्तावना सीडीएस ने ही लिखी है।"