क्या चमोली के ज्योतिर्मठ में मिनी स्टेडियम और सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के लिए केंद्रीय मंजूरी मिली?

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क्या चमोली के ज्योतिर्मठ में मिनी स्टेडियम और सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के लिए केंद्रीय मंजूरी मिली?

सारांश

भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने चमोली के ज्योतिर्मठ में मिनी स्टेडियम और सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के निर्माण की केंद्रीय मंजूरी से खुशी जाहिर की है। यह कदम क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधाएं प्रदान करेगा और उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का अवसर देगा।

Key Takeaways

  • चमोली में मिनी स्टेडियम का निर्माण
  • सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के लिए मंजूरी
  • खेलो इंडिया योजना के तहत प्रशासनिक स्वीकृति
  • क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के अवसर
  • युवाओं के विकास का एक नया मार्ग

नई दिल्ली, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने चमोली जिले के ज्योतिर्मठ में मिनी स्टेडियम और सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के निर्माण को केंद्रीय मंजूरी मिलने की खुशी व्यक्त की है।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया से इस परियोजना के लिए उन्होंने मांग की थी, और अब केंद्रीय खेल मंत्रालय ने इसे मंजूरी देते हुए ९.५ करोड़ की धनराशि जारी कर दी है।

अनिल बलूनी ने कहा कि यह कदम क्षेत्र के युवाओं और खिलाड़ियों के लिए बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है और इससे स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि पूरे गढ़वाल की जनता की ओर से केंद्रीय खेल मंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि खेलो इंडिया योजना के तहत इस परियोजना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। परियोजना में इनफील्ड ग्राउंड (६-लेन २०० मीटर) के साथ सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक का निर्माण शामिल है और इसे तीन महीने के भीतर टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए गए हैं।

खेल मंत्रालय के पत्र के अनुसार, परियोजना के लिए आवश्यक सभी मंजूरियां और भूमि कब्जा सुनिश्चित करने के साथ-साथ कार्यकारी एजेंसी का चयन खेलो इंडिया योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार किया जाएगा। इसके अलावा, टेंडर प्रक्रिया पूरी करने और चयनित कंस्ट्रक्शन एजेंसी को अवार्ड लेटर जारी करने जैसी प्रक्रिया भी निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी की जाएगी। अगर निर्धारित समय में यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती है, तो परियोजना को रद्द करने पर विचार किया जा सकता है।

वहीं, अनिल बलूनी ने कहा कि परियोजना का उद्देश्य केवल खेल सुविधाओं का निर्माण नहीं है, बल्कि स्थानीय युवाओं को खेल के माध्यम से विकास और अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के जरिए युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने और अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह पहल स्थानीय खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ क्षेत्र के खेल विकास में नई दिशा देने वाली है।

भाजपा सांसद ने उम्मीद जताई कि निर्माण कार्य समय पर पूरा होगा और इससे चमोली जिले के खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने केंद्रीय खेल मंत्रालय और उत्तराखंड सरकार को सहयोग और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह परियोजना क्षेत्र के खेल और युवा विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

Point of View

बल्कि यह एक महत्वपूर्ण पहल भी है जो खेल संस्कृति को बढ़ावा देगी। ऐसे कदमों से न केवल स्थानीय खिलाड़ियों को लाभ होगा, बल्कि यह पूरे देश में खेल को बढ़ावा देने की दिशा में एक ठोस कदम है।
NationPress
24/12/2025

Frequently Asked Questions

इस परियोजना की लागत क्या है?
इस परियोजना की लागत 9.5 करोड़ रुपये है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य स्थानीय युवाओं को खेल के माध्यम से विकास और अवसर प्रदान करना है।
परियोजना को पूरा करने की समय सीमा क्या है?
परियोजना को तीन महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
क्या इस परियोजना के लिए मंजूरी मिली है?
हां, इस परियोजना के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय से मंजूरी मिल चुकी है।
इस परियोजना का लाभ किसे मिलेगा?
इसका लाभ चमोली जिले के युवा खिलाड़ियों को मिलेगा।
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