क्या कर्नाटक में सिद्धारमैया के समर्थन में 25 जनवरी को 'अहिंदा' सम्मेलन आयोजित होगा?

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क्या कर्नाटक में सिद्धारमैया के समर्थन में 25 जनवरी को 'अहिंदा' सम्मेलन आयोजित होगा?

सारांश

कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समर्थन में 25 जनवरी, 2026 को मैसूरु में आयोजित होने वाले अहिंदा सम्मेलन की तैयारी चल रही है। इस सम्मेलन का उद्देश्य मुख्यमंत्री के प्रति समर्थन व्यक्त करना है। क्या यह आयोजन कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा?

Key Takeaways

  • अहिंदा सम्मेलन 25 जनवरी, 2026 को मैसूरु में होगा।
  • मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समर्थन में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
  • सम्मेलन में 25 से 30 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।
  • अहिंदा का मतलब अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति है।

बेंगलुरु, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग जागरूकता मंच ने बुधवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समर्थन में 25 जनवरी, 2026 को मैसूरु में एक अहिंदा सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है।

यह आयोजन मुख्यमंत्री के लिए एक शक्ति प्रदर्शन के रूप में कार्य करेगा।

बुधवार को मैसूर शहर में अहिंदा नेताओं की प्रारंभिक बैठक हुई और कार्यक्रम की तिथि और स्थान तय कर लिया गया। सम्मेलन में 25 से 30 हजार लोगों के शामिल होने का भी निर्णय लिया गया है। फोरम के अध्यक्ष के. शिवराम, समन्वयक योगेश और वरिष्ठ नेता नंजुंडास्वामी ने बैठक में भाग लिया, जिसमें विभिन्न अहिंदा समूहों के 25 से अधिक नेता शामिल हुए।

शिवराम ने बताया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया स्वयं कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, लेकिन लेखकों, प्रगतिशील विचारकों और कांग्रेस पार्टी के चुनिंदा नेताओं को निमंत्रण भेजा जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि यह कार्यक्रम इस मांग को लेकर आयोजित किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को परेशान न किया जाए, क्योंकि वे राज्य में अहिंदा समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र नेता हैं।

बता दें कि अहिंदा में 'अ' का अर्थ अल्पसंख्यक (अल्पसंख्यक), 'हिंद' का अर्थ अन्य पिछड़ा वर्ग (हिंदुलीदा जाति), और 'द' का अर्थ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (दलित) है।

शिवराम ने आगे कहा कि अगर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को उनके पद से हटाया जाता है, तो कांग्रेस पार्टी अहिंद वोट बैंक खो सकती है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन कांग्रेस पार्टी के लिए सिद्धारमैया के महत्व को प्रदर्शित करेगा।

उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार से जब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खेमे द्वारा अहिंद सम्मेलन के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन की योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं।"

दिल्ली के कर्नाटक भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा कि मुझे पार्टी में कोई भी पद संभालने से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ता होना पसंद है। यह मेरे लिए एक स्थायी पद है। मैं 1980 से पार्टी कार्यकर्ता रहा हूं और भविष्य में भी पार्टी कार्यकर्ता बना रहूंगा।

जब उनसे पूछा गया कि क्या वे पांच साल तक उपमुख्यमंत्री बने रहने से खुश रहेंगे, तो शिवकुमार ने जवाब दिया, "मैं पार्टी कार्यकर्ता बना रहूंगा। पार्टी कार्यकर्ता का पद ही मेरे लिए एकमात्र स्थायी पद है।"

Point of View

बल्कि राज्य में अहिंदा समूहों के लिए एकजुटता का प्रतीक भी है। कांग्रेस पार्टी की रणनीति और स्थिति को इस सम्मेलन के माध्यम से समझना महत्वपूर्ण होगा।
NationPress
24/12/2025

Frequently Asked Questions

अहिंदा सम्मेलन कब आयोजित होगा?
अहिंदा सम्मेलन 25 जनवरी, 2026 को मैसूरु में आयोजित किया जाएगा।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समर्थन में शक्ति प्रदर्शन करना है।
इस कार्यक्रम में कितने लोग शामिल होंगे?
इस कार्यक्रम में 25 से 30 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
क्या मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सम्मेलन में शामिल होंगे?
नहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया स्वयं सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
अहिंदा का क्या अर्थ है?
अहिंदा में 'अ' का अर्थ अल्पसंख्यक, 'हिंद' का अर्थ अन्य पिछड़ा वर्ग और 'द' का अर्थ अनुसूचित जाति और जनजाति है।
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