क्या चेन्नई में नर्सों की गिरफ्तारी के खिलाफ कोयंबटूर में प्रदर्शन हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- नर्सों का प्रदर्शन डीएमके सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ है।
- सभी अनुबंध नर्सों को नियमित करने की मांग की जा रही है।
- मातृत्व अवकाश और नर्स सुपरवाइजर ग्रेड-3 के पदों की बहाली की मांग की गई है।
कोयंबटूर, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के कोयंबटूर में स्थित सरकारी अस्पताल परिसर में अनुबंध पर काम कर रही नर्सों ने अपनी मांगों के समर्थन में शुक्रवार की रात भर धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन चेन्नई में हाल ही में हुई नर्सों की गिरफ्तारी के खिलाफ आयोजित किया गया।
प्रदर्शन के पूर्व, कोयंबटूर के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत अनुबंध नर्सों ने जिला कलेक्टर कार्यालय के समक्ष भी प्रदर्शन किया। नर्सों ने डीएमके सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय किए गए वादे अब तक अधूरे हैं।
प्रदर्शनकारी नर्सों ने अपनी मुख्य मांगों को स्पष्ट रूप से रखा। उन्होंने कहा कि डीएमके सरकार को अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों के अनुसार सभी अनुबंध नर्सों को नियमित करना चाहिए। इसके साथ ही नर्स सुपरवाइजर ग्रेड-3 के पदों को बहाल करने और मातृत्व अवकाश देने की भी मांग की गई।
नर्सों का कहना है कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले यह आश्वासन दिया था कि सभी नर्सों को नियमित किया जाएगा, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे नर्सों में गहरी नाराजगी है।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 10 अक्टूबर 2023 को डीएमएस घेराव आंदोलन के दौरान संबंधित मंत्री ने विधानसभा में आश्वासन दिया था कि नए पद सृजित किए जाएंगे और अनुबंध नर्सों को नियमित किया जाएगा, लेकिन इन वादों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
नर्सों ने चेन्नई में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रही नर्सों की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की और इसे अन्यायपूर्ण बताया। उनका कहना है कि वे अपने अधिकारों और न्यायपूर्ण मांगों के लिए आवाज उठा रही हैं।