क्या राहुल गांधी का बयान करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना को चोट पहुंचाता है? : धर्मेंद्र प्रधान

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क्या राहुल गांधी का बयान करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना को चोट पहुंचाता है? : धर्मेंद्र प्रधान

सारांश

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर छठ महापर्व और पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया है। उन्होंने मांग की है कि राहुल गांधी सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, यह बयान करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाता है। जानें इस मामले में क्या है पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को छठ महापर्व के लिए माफी मांगने को कहा।
  • राहुल का बयान करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
  • कांग्रेस का पीएम मोदी के प्रति नफरत का प्रदर्शन।
  • बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है।
  • राहुल गांधी का बयान राजनीतिक सामंतवाद का प्रतीक।

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर छठ महापर्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने राहुल गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की।

धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी का बिहार में दिया गया बयान 'करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना पर गहरा आघात' है और यह 'सनातन संस्कृति के प्रति उनकी घृणा' का प्रतीक है। उन्होंने इसे कांग्रेस की पीएम मोदी के प्रति 'गहरी नफरत और हताशा' का प्रमाण बताया।

धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, "राहुल गांधी ने अपनी सामंतवादी सोच, राजनीतिक कुंठा और पराजय के भय से ग्रसित होकर ये बयानबाजी की है।"

उन्होंने याद दिलाया कि यही मानसिकता पहले भी पीएम मोदी के प्रति 'अमर्यादित वक्तव्य' देती रही है।

मंत्री ने राहुल, तेजस्वी यादव और महागठबंधन पर 'जंगलराज को बढ़ावा देने' और 'बिहार के गरीब, किसान, महिला और युवाओं की आकांक्षाओं को रौंदने' का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये नेता 'हार की बौखलाहट' में ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि 'बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है, न कि परिवारवाद और नफरत की राजनीति।'

उन्होंने राहुल गांधी से 'छठ महापर्व और प्रधानमंत्री को लेकर अपने अपमानजनक व मर्यादाओं की सारी सीमाएं लांघने वाले बयान' के लिए बिहार और देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की अपील की। प्रधान ने कहा, "छठ सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है। इसे अपमानित करना अस्वीकार्य है।"

ज्ञात रहे कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने एक सभा में कटाक्ष करते हुए कहा था कि 'छठ में सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है, लेकिन कुछ लोग तो सूर्य को ही चुरा लेना चाहते हैं।'

उन्होंने पीएम मोदी पर परिवारवाद और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाए। राहुल ने तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि 'बिहार को जंगलराज से बचाना है, तो एनडीए को हराना होगा।'

Point of View

यह देखना महत्वपूर्ण है कि राजनीतिक बयानों का प्रभाव आम जनता पर कैसे पड़ता है। राहुल गांधी का बयान केवल एक राजनीतिक बयान नहीं है, बल्कि यह करोड़ों लोगों की आस्था को प्रभावित करने वाला विषय है। ऐसे बयानों से समाज में विभाजन की संभावना बढ़ जाती है, जो कि किसी भी लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
NationPress
29/10/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी ने किस महापर्व को लेकर विवादित बयान दिया?
राहुल गांधी ने छठ महापर्व को लेकर विवादित बयान दिया है।
धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी से क्या मांगा?
धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की।