क्या जल जीवन मिशन से धमतरी के लोगों को मिलेगा शुद्ध पेयजल और बीमारियों से मुक्ति?

सारांश
Key Takeaways
- जल जीवन मिशन से 76 गांवों के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा।
- योजना का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
- केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचेगा।
- ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद।
- जल प्रदाय योजना के अंतर्गत जल शोधन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।
धमतरी, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं, जिनमें से एक जल जीवन मिशन योजना है। यह योजना छत्तीसगढ़ के धमतरी निवासियों के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत मल्टी विलेज स्कीम योजना से 76 गांवों के लगभग 60 हजार परिवारों को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हें लाल पानी से मुक्ति मिलेगी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
जिला कलेक्टर ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रशासनिक अमला कार्यरत है, और सरकार की मंशा है कि सभी को स्वच्छ पानी मिले। इस संदर्भ में जिले में जल जीवन मिशन योजना को लेकर कार्य अच्छे से चल रहा है।
धमतरी के कलेक्टर ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत मल्टी विलेज स्कीम का प्रोजेक्ट किया जा रहा है। इसके तहत 76 गांवों में स्वच्छ पेयजल की सप्लाई की जाएगी। कुछ क्षेत्रों में भूजल स्तर की समस्या रही है। इस प्रोजेक्ट का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके बाद पाइपलाइन का विस्तार किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
ग्रामीण बिमला ध्रुव ने बताया कि पहले गांव में खारा पानी आता था, जो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं था। इस गंदे पानी से गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता था। केंद्र सरकार स्वच्छ पानी पहुंचाने का कार्य कर रही है, इसके लिए पीएम मोदी का बहुत आभार।
ग्रामीण दुष्यंत कुमार साहू ने कहा कि पहले लोग कुंए का पानी पीते थे। बाद में बोर से पानी आना शुरू हुआ, जिससे कई तरह की गंभीर बीमारियां होती थीं। अब सरकार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगा रही है, जिससे गांव वालों को स्वच्छ पानी मिलेगा।
बिसंभर नेताम ने बताया कि फिलहाल फ़िल्टर प्लांट चालू नहीं हुआ है। प्लांट चालू होने के बाद स्वच्छ पानी मिलेगा और इससे बीमारियों से निजात मिलेगी।
धमतरी जिले का नगरी ब्लॉक वनांचल क्षेत्र है, जहां आदिवासी परिवार निवास करते हैं। यहां के लोग वर्षों से हैंडपंप से निकलने वाले लाल पानी पीने के लिए मजबूर हैं। इसके अलावा कई गांवों के लोग नदी-नाले से पानी लेकर अपनी प्यास बुझाते हैं, जिससे गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए इस क्षेत्र के 76 गांवों को केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन के मल्टी विलेज योजना से जोड़ा गया है। इसमें ग्राम मेचका और घटूला में समूह जल प्रदाय योजना के तहत जल शोधन संयंत्र स्थापित किया जा रहा है।