क्या छत्तीसगढ़ की संपत्ति को कुछ खास लोगों के हाथों में सौंपने की साजिश चल रही है? : सचिन पायलट

Click to start listening
क्या छत्तीसगढ़ की संपत्ति को कुछ खास लोगों के हाथों में सौंपने की साजिश चल रही है? : सचिन पायलट

सारांश

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सचिन पायलट ने कहा कि राज्य की संपत्ति को कुछ खास लोगों में बांटने की साजिश हो रही है। जानें क्या हैं उनके आरोप और क्या है इस मुद्दे का राजनीतिक महत्व।

Key Takeaways

  • वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान का उद्देश्य वोट चोरी के खिलाफ जागरूकता फैलाना है।
  • सचिन पायलट ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
  • जनता को जागरूक करने के लिए कांग्रेस ने विभिन्न अभियान चलाए हैं।

राजनांदगांव/दुर्ग, १८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ हस्ताक्षर अभियान और महारैली के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य प्रभारी सचिन पायलट ने गुरुवार को राजनांदगांव में आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ हस्ताक्षर अभियान के तहत महारैली में भाग लिया।

राजनांदगांव के जय स्तंभ चौक में आयोजित रैली में सचिन पायलट ने भाजपा और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के इशारे पर राज्य का शासन चल रहा है और छत्तीसगढ़ की संपत्ति को कुछ चुनिंदा लोगों के हाथों में सौंपने की साजिश की जा रही है।

सचिन पायलट ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के प्रमाण प्रस्तुत किए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिछले ११ वर्षों से केंद्र में भाजपा की सरकार है, लेकिन निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं।

रैली में शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार ने जनता के अधिकारों का हनन किया है। उन्होंने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, बिजली बिलों में बढ़ती बेतहाशा वृद्धि और नशे के बढ़ते कारोबार का जिक्र किया। छाबड़ा ने राजनांदगांव के नवागांव में हाल ही में हुई हत्या और पूर्व में हुए गोलीकांड का उदाहरण देते हुए सरकार की नाकामी को उजागर किया।

वहीं, दुर्ग में आयोजित 'वोटर अधिकार यात्रा' और जनसभा में सचिन पायलट ने बाइक रैली निकाली और जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “वोट चोरी बर्दाश्त नहीं करेंगे। राहुल गांधी के आह्वान पर हम लोकतंत्र बचाने के लिए संघर्ष करेंगे।”

सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग जानबूझकर वोट चोरी को बढ़ावा दे रहा है। पोलिंग बूथ की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने की कोशिश क्यों की जा रही है? हम ऐसा नहीं होने देंगे।”

सचिन पायलट ने कहा कि वोटर लिस्ट से नाम हटाए जा रहे हैं और गड़बड़ियां की जा रही हैं, जिसे जनता समझ चुकी है।

सचिन पायलट ने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग वोट चोरी को संरक्षण दे रहा है और सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने का प्रयास कर रहा है। चुनाव आयोग को इस मामले में स्पष्ट जांच का आदेश देना चाहिए और सच्चाई सामने लानी चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, “हमने जनसंपर्क, पदयात्रा, मशाल रैली और साक्षरता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया है। जनता समझ चुकी है कि भाजपा ध्यान भटकाने के लिए विवाद पैदा करती है, लेकिन आयोग वोट चोरी को बढ़ावा दे रहा है। यह लड़ाई लोकतंत्र और जनता के मताधिकार को बचाने की है। अगर वोट चोरी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस का आंदोलन और तेज होगा।”

Point of View

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप एक सामान्य बात है। हालांकि, जब आरोप गंभीर हों और लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों को प्रभावित करते हों, तो उनकी गंभीरता को समझना आवश्यक है। यह मुद्दा केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे पूरे देश में चुनावी प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है।
NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

सचिन पायलट ने भाजपा पर कौन से आरोप लगाए हैं?
सचिन पायलट ने भाजपा पर वोट चोरी और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।
क्या चुनाव आयोग ने आरोपों पर कोई कार्रवाई की है?
सचिन पायलट के अनुसार, चुनाव आयोग ने किसी भी आरोप पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
इस रैली का मुख्य उद्देश्य क्या था?
रैली का मुख्य उद्देश्य वोट चोरी के खिलाफ जागरूकता फैलाना और लोकतंत्र की रक्षा करना था।