क्या मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने जीओएम बैठक में भाग लिया?

सारांश
Key Takeaways
- जीओएम बैठक में स्वास्थ्य बीमा पर चर्चा हुई।
- ओवीईपी का उद्देश्य ओलंपिक मूल्यों को बच्चों में स्थापित करना है।
- मुख्यमंत्री ने खेल संस्कृति को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
- त्रिपक्षीय समझौते से शिक्षा में नई दिशा मिलेगी।
- सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री ने बैठक की जानकारी साझा की।
शिलॉन्ग, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉर्नाड के. संगमा ने पिछले दो दिनों में दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेकर राज्य के लिए कई नई पहलों की शुरुआत की है।
एक ओर, उन्होंने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) की बैठक में भाग लिया, वहीं दूसरी ओर 19 अगस्त को उन्होंने मेघालय के विद्यालयों में ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन प्रोग्राम (ओवीईपी) को लागू करने के लिए एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
20 अगस्त को कॉर्नाड संगमा ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) से संबंधित जीओएम की बैठक में भाग लिया।
यह बैठक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की उपस्थिति में आयोजित की गई, जिसमें जीवन और स्वास्थ्य बीमा पर प्रस्तावित जीएसटी लगाने के मुद्दे पर गहन चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की गरिमामयी उपस्थिति में, जीवन एवं स्वास्थ्य बीमा पर प्रस्तावित जीएसटी पर विचार-विमर्श हेतु जीओएम की बैठक में हिस्सा लिया।"
वहीं, 19 अगस्त को मुख्यमंत्री संगमा ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया। मेघालय में ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन प्रोग्राम (ओवीईपी) को लागू करने के लिए शिक्षा विभाग, खेल एवं युवा मामले विभाग और अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन के बीच त्रिपक्षीय समझौता हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालयों के छात्रों के बीच खेलों के माध्यम से जीवन मूल्यों को विकसित करना है। खासकर उत्कृष्टता, सम्मान और मित्रता जैसे ओलंपिक मूल्यों को बच्चों के मन में स्थापित करना इसकी प्रमुख प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "ओवीईपी पहल हमारे युवाओं को जीवन कौशल सिखाने और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। इससे मेघालय में खेल संस्कृति को भी और अधिक मजबूती मिलेगी।"
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के कई छात्रों ने वर्चुअली इस पहल में भाग लिया।