क्या सीएम मोहन यादव ने भस्म आरती में भाग लेकर लाड़ली बहनाओं को 1500 रुपए देने की घोषणा की?

सारांश
Key Takeaways
- राज्य सरकार ने लाड़ली बहनों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की है।
- रक्षाबंधन पर बहनों को 1500 रुपए दिए जाएंगे।
- भविष्य में राशि बढ़ाकर तीन हजार रुपए करने का वादा किया गया है।
- कांवड़ यात्रियों को सरकार द्वारा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- इस पहल से महिलाओं के कल्याण को बढ़ावा मिलेगा।
उज्जैन, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनाओं के लिए यह एक सुखद समाचार है कि राज्य सरकार उन्हें रक्षाबंधन के अवसर पर 1250 रुपए के साथ-साथ 250 रुपए की अतिरिक्त राशि प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इस राशि को भविष्य में बढ़ाकर तीन हजार रुपए करने का लक्ष्य है।
सीएम मोहन यादव ने शनिवार की सुबह बाबा महाकाल की भस्म आरती में भाग लिया और पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि आज बाबा महाकाल ने भस्म आरती में अद्भुत कृपा की है। बाबा के आशीर्वाद से मध्य प्रदेश प्रगति की ओर बढ़ रहा है। हम समृद्धि के मार्ग पर निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं। रविवार को मैं दुबई और स्पेन के लिए सात दिवसीय दौरे पर जा रहा हूं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण का आश्वासन देते हुए कहा कि मैं प्रतिबद्ध हूं कि लाड़ली बहनों को दी जाने वाली राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर तीन हजार रुपए तक पहुंचाएंगे। आज बहनों के खाते में 1250 रुपए की राशि अंतरित की जाएगी और रक्षाबंधन के पहले ढाई सौ रुपए की अतिरिक्त राशि के साथ 1500 रुपए बहनों के खाते में डाले जाएंगे।
मुख्यमंत्री यादव ने लाड़ली बहनों को दी जाने वाली राशि में वृद्धि का वादा किया और कहा कि भाई दूज के बाद नवंबर महीने से हर महीने 1500 रुपए की राशि बहनों के खाते में भेजी जाएगी। राज्य में कांवड़ यात्रा के यात्री आते हैं और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों से निकलने का अवसर मिलता है।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा है कि उज्जैन सहित अन्य स्थानों पर आने वाले कांवड़ यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं सरकार द्वारा प्रदान की जाएंगी। कांवड़ यात्री राज्य में जहां से प्रवेश करेंगे और जिस स्थान तक जाएंगे, उन्हें सरकार सुविधाएं देगी।
गौरतलब है कि राज्य में वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने लाड़ली बहनों को तीन हजार रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान किया था। राज्य में एक करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनें हैं।