क्या सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में 5 हजार होमगार्ड जवानों की भर्ती का ऐलान किया?
सारांश
Key Takeaways
- 2028 सिंहस्थ के लिए 5,000 होमगार्ड जवानों की भर्ती होगी।
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने समारोह में जवानों को सम्मानित किया।
- होमगार्ड जवानों की भूमिका की सराहना की गई।
- विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं के लिए भर्ती योजना है।
- सरकार ने सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है।
भोपाल, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस पर कई सौगातें देते हुए कहा कि उज्जैन में वर्ष 2028 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ के संदर्भ में 5,000 जवानों की भर्ती की जाएगी।
राजधानी के जहांगीराबाद स्थित होमगार्ड परेड मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुख्यमंत्री यादव ने परेड की सलामी ली, उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले अधिकारियों एवं जवानों को सम्मानित किया और प्रदेश में नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने में होमगार्ड संगठन की भूमिका का सर्वश्रेष्ठ मूल्यांकन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि होमगार्ड जवानों ने अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाया है। सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के तहत प्रदेश सरकार ने 5,000 से अधिक होमगार्ड जवानों की भर्ती का लक्ष्य स्थापित किया है।
उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवान कानून व्यवस्था, आपात स्थितियों के साथ-साथ हर चुनौती में समर्पण और साहस का अद्भुत परिचय देते हैं। होमगार्ड का अर्थ है, घर का प्रहरी। सभी कार्यों के लिए सक्रिय जवानों का समूह होमगार्ड है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह सिर्फ अपने आउटफिट के आधार पर पहचान बनाने वाला बल नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रधर्म का भी प्रतीक है। आपदा और विपदा में अपनी भूमिका निभाने वाला समूह है। राज्य में जब भी कोई समस्या आई, होमगार्ड के जवानों ने अपनी जिम्मेदारी को पूरी मुस्तैदी से निभाया है। बाढ़ या अन्य आपदाओं के समय, होमगार्ड के जवान अपने अभियान में लगे रहे और अनेक लोगों का जीवन बचाने में मदद की।
इसके अलावा, सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''प्रदेश में विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं को होमगार्ड में भर्ती हेतु बैगा, भारिया और सहरिया बटालियन पर विचार कर रहे हैं। आज होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस समारोह में परेड का निरीक्षण किया और जवानों को 'मुख्यमंत्री अदम्य साहसिक कार्य पुरस्कार' से सम्मानित किया।''