क्या सीएम योगी 18 नवंबर को अयोध्या में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- 25 नवंबर को ध्वजारोहण कार्यक्रम होगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित उपस्थिति।
- विशेष मेहमानों के लिए पार्किंग और गोल्फ कार्ट सुविधाएँ।
- मल्टी लेयर सुरक्षा व्यवस्था।
- सभी अतिथियों का भव्य स्वागत-सत्कार।
अयोध्या, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह के शिखर पर ध्वजारोहण का भव्य आयोजन 25 नवंबर को होने जा रहा है। इस ऐतिहासिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अयोध्या पहुँचकर मंदिर परिसर का दौरा करेंगे और एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित करेंगे।
इसके साथ ही, पीएम के कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण भी वे करेंगे। शिखर पर ध्वज फहराने के बाद मंदिर का मुख्य निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद, मंदिर आम भक्तों के लिए खुल जाएगा। वर्तमान में केवल गर्भगृह और पहले तल तक ही भक्तों का प्रवेश है, लेकिन शिखर कलश और ध्वजारोहण के बाद मंदिर परिसर में दर्शन की व्यवस्था बहाल हो जाएगी।
इस कार्यक्रम में देश-विदेश से आने वाले संत-महंत, वीवीआईपी और विशेष अतिथियों की संख्या हजारों में होने की उम्मीद है। इन्हें सुगमता से मंदिर तक पहुँचाने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष योजना बनाई है। पार्किंग स्थलों से राम मंदिर तक मेहमानों को गोल्फ कार्ट की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए सभी प्रमुख पार्किंग स्थानों पर गोल्फ कार्ट तैनात रहेंगे। इससे मेहमानों को पैदल चलने की दिक्कत नहीं होगी और यातायात व्यवस्था भी सुव्यवस्थित रहेगी।
भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए, मंदिर परिसर में दो बड़े खोया-पाया कैंप स्थापित किए जाएंगे। इन कैंपों में खोए हुए लोगों को तुरंत खोजने और उनके परिजनों से मिलाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त, योगी सरकार ‘अतिथि देवो भव:’ की भावना से मेहमानों का भव्य स्वागत करेगी। सभी अतिथियों के लिए ठहरने, भोजन और परिवहन की उच्चस्तरीय व्यवस्था की जा रही है।
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम ने बताया कि 25 नवंबर के कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्या में मल्टी लेयर सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी। हजारों पुलिसकर्मी, पीएसी, सीआरपीएफ और खुफिया एजेंसियों की टीमें तैनात रहेंगी। ड्रोन और सीसीटीवी से पूरे शहर की निगरानी की जाएगी। राम मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा कि शिखर पर ध्वज फहराने के बाद मंदिर का स्वरूप पूरी तरह से दिव्य हो जाएगा। नौ शिखरों वाले इस भव्य मंदिर में मुख्य शिखर पर भगवा ध्वज लहराता देख करोड़ों रामभक्तों की आँखें आंसुओं से भर जाएँगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह कार्यक्रम विश्व पटल पर भारत की आस्था और संस्कृति का प्रतीक बने। मंगलवार को समीक्षा बैठक में वे स्वयं हर व्यवस्था का परीक्षण करेंगे और पीएम के कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण करेंगे ताकि 25 नवंबर का यह आयोजन ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बन सके।