क्या मुगलों ने भारत को लूटा, अंग्रेजों ने नष्ट किया और कांग्रेस-सपा ने पहचान मिटाई? : सीएम योगी

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर सीएम योगी का तीखा हमला।
- डबल इंजन सरकार का विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान।
- एटा में श्री सीमेंट प्लांट का उद्घाटन।
- उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का सुधार।
- युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर।
एटा, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर कड़े आरोप लगाते हुए कहा कि पहले भारत को मुगलों ने लूटा, फिर अंग्रेजों ने इसे नष्ट कर दिया, और जो कुछ भी बचा था, उसे कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने तबाही का नया मंजर पैदा करके देश के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया। आज डबल इंजन सरकार की स्पष्ट नीयत, नीति और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस के कारण उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है।
सीएम योगी ने एटा में 750 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित श्री सीमेंट प्लांट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, इनकी नीयत कभी भी सबका विकास करने की नहीं रही। इन्होंने सभी का साथ तो लिया, लेकिन विकास केवल अपने परिवार का किया। उनके शासन में न व्यापारी सुरक्षित थे, न बेटियां। यही कारण रहा कि देश और प्रदेश पिछड़ते चले गए। आज मोदी सरकार और डबल इंजन की यूपी सरकार ने 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र से देश और प्रदेश को एक नई पहचान दी है।
सीएम योगी ने बताया कि 8-9 साल पहले एटा की पहचान अपराध और माफिया के गढ़ के रूप में थी। गरीबों की जमीन पर कब्जा होता था और उनकी सुनवाई नहीं होती थी। जब नागरिक की संपत्ति ही सुरक्षित नहीं हो, तो सरकार उसके कल्याण के लिए क्या करेगी? आज एटा में बेहतरीन कानून-व्यवस्था और निवेश की नई पहचान बनी है। सरकार के स्तर पर जवाहरपुर थर्मल पावर प्लांट से 1,500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है और श्री सीमेंट के नए प्लांट से 500 लोगों को प्रत्यक्ष और 3,000 से अधिक को अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निवेश से न केवल सीधे रोजगार मिले हैं, बल्कि ट्रांसपोर्ट, व्यापार और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल से जुड़े हजारों लोगों को भी काम का अवसर मिला है। यही है आत्मनिर्भर भारत की नींव, यही है विकसित भारत की आधारशिला।
सीएम योगी ने कांग्रेस के शासनकाल को याद करते हुए कहा कि एक समय ऐसा था जब सीमेंट कंट्रोल से मिलता था। अगर पहुँच थी तो एक बोरा मिल जाता था, वरना चोरी-छिपे खरीदना पड़ता था। घर बनाना मुश्किल था। यही कांग्रेस की नीयत और नीति थी। विकास कैसे होता?
उन्होंने बताया कि भारत 17वीं-18वीं सदी में दुनिया की नंबर-1 अर्थव्यवस्था था। 1947 से 1960 तक छठे स्थान पर रहा, लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की नीतियों ने इसे 2014 तक 11वें स्थान पर पहुंचा दिया। लेकिन मोदी सरकार ने 'सबका साथ, सबका विकास' का मंत्र दिया और आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अगले दो वर्षों में यह तीसरे स्थान पर होगा। जब उनकी सरकार 2017 में बनी, तब उत्तर प्रदेश देश की सातवीं अर्थव्यवस्था था। आज यूपी दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। यह तब हुआ जब सत्ता पोषित गुंडों-माफिया पर कार्रवाई हुई, दंगाइयों के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए और निवेशकों का विश्वास बढ़ा।
उन्होंने आगे कहा कि यूपी अब तक 45 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आकर्षित कर चुका है, जिनमें से 15 लाख करोड़ धरातल पर उतारे गए हैं। इससे अब तक 60 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। हाल ही में पुलिस बल में 60,244 युवाओं की भर्ती हुई है, जिसमें एटा के भी युवा शामिल हैं। नौकरी बिना भेदभाव, बिना चेहरा देखे, केवल योग्यता के आधार पर दी जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री युवा योजना के तहत 70,000 युवाओं को ब्याज और गारंटी मुक्त ऋण तथा मार्जिन मनी दी गई है ताकि वे अपना उद्यम स्थापित कर सकें।
सीएम योगी ने कहा कि आज एटा की पहचान न केवल सीमेंट और पावर प्लांट से है, बल्कि अपने परंपरागत उद्यम जलेसर के घंटा और घुंघरू से भी है। देवस्थान की पूजा और संगीत की महफिल, दोनों जलेसर के बिना अधूरी हैं। पीएम मोदी ने 2047 तक 'विकसित भारत' का लक्ष्य रखा है। इसी दिशा में यूपी को भी विकसित करना होगा। विधानसभा और विधान परिषद में 24 घंटे लगातार बहस हुई, सेक्टर और थीम तय किए गए। अब विशेषज्ञ हर जिले में जाकर युवाओं को तैयार करेंगे और जनता के सुझावों से रोडमैप बनेगा।
उन्होंने कहा कि श्री सीमेंट सिर्फ उद्योग नहीं, बल्कि राष्ट्रीय उत्तरदायित्व भी निभा रहा है। एटा यूनिट ने अब तक 183 शहीद परिवारों को मुफ्त सीमेंट उपलब्ध कराया है। जब भारतीय जवानों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में अपने शौर्य और पराक्रम से दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए, तो यह तभी संभव हुआ, जब पूरा देश एकजुट खड़ा रहा। श्री सीमेंट का योगदान इसी राष्ट्रीय भावना को मजबूत करता है। बुलंदशहर और एटा के बाद, चित्रकूट में श्री सीमेंट ने 40 मेगावाट का ग्रीन एनर्जी प्लांट लगाया है। सरकार ने उन्हें ओपन एक्सेस की सुविधा दी है ताकि वहां बनी बिजली का उपयोग यहीं हो सके।