क्या कांग्रेस विदेशी तुष्टिकरण की बीमारी से ग्रस्त है?: सुनील शर्मा

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस विदेशी तुष्टिकरण की बीमारी से ग्रस्त है।
- सेना की आलोचना करना गलत है, खासकर जब देश संकट में हो।
- भारतीय सेना ने हाल ही में तीन आतंकवादियों को खत्म किया।
- यह कार्रवाई 26 परिवारों के लिए राहत का कारण बनी।
- हम सभी को सेना के बलिदान और हौसले का सम्मान करना चाहिए।
जम्मू, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कांग्रेस और उसके नेता पी. चिदंबरम पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस विदेशी तुष्टिकरण की बीमारी से ग्रस्त है और अपनी सेना की आलोचना करके विदेशों, खासकर पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश करती है। जब देश संकट में होता है, तब भी कांग्रेस नेता सेना और सुरक्षा बलों पर सवाल उठाते हैं, जो गलत है।
सुनील शर्मा ने चिदंबरम के बयानों पर निशाना साधा और कहा कि उनका ट्रैक रिकॉर्ड भी सेना की आलोचना का रहा है। चिदंबरम का हालिया बयान, जिसमें उन्होंने सेना पर सवाल उठाए, पाकिस्तान को खुश करने की उनकी मानसिकता का परिणाम है। गृह मंत्री और अन्य नेताओं ने भी इस बात को उठाया है कि कांग्रेस पाकिस्तान को क्लीन चिट देना चाहती है। पाकिस्तान में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस की तारीफ करते हैं और बदले में कांग्रेस भी पाकिस्तान की प्रशंसा करती है।
सुनील शर्मा ने भारतीय सेना की तारीफ की और कहा कि हाल ही में हारवन के दाची गांव में सेना ने तीन आतंकवादियों को ढेर किया, जो 26 लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार थे। यह कार्रवाई सेना, सुरक्षा बलों और पुलिस की बड़ी सफलता है। इस घटना से उन 26 परिवारों को राहत मिली है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया। उन्होंने बताया कि यह वही तारीख (22 अप्रैल) है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा था और 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान सेना ने अपना पराक्रम दिखाया था।
सुनील शर्मा ने कहा कि सेना ने इस घटना को गंभीरता से लिया और आतंकियों को सजा दी, जो भारत के लिए गर्व की बात है। यह सफलता सिर्फ सेना की नहीं, बल्कि हर भारतीय की है, क्योंकि यह देश की एकता और सुरक्षा का प्रतीक है। हम सेना के हौसले और बलिदान को सम्मान करते हैं।