क्या लालकृष्ण आडवाणी से मिले सीपी राधाकृष्णन और लिया आशीर्वाद?

सारांश
Key Takeaways
- सीपी राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति चुनाव में नामांकन एक महत्वपूर्ण कदम है।
- लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लेना एनडीए की एकजुटता का संकेत है।
- यह चुनाव जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद हो रहा है।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के राज्यपाल और एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने शुक्रवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भेंट की।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी से होगा। नामांकन दाखिल करने के बाद सीपी राधाकृष्णन ने लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।
सीपी राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि आज नई दिल्ली में भारतीय राजनीति के हमारे वरिष्ठ नेता, देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से मिलकर और उनका आशीर्वाद प्राप्त करके मैं अत्यंत प्रसन्नता अनुभव कर रहा हूँ।
एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई शीर्ष केंद्रीय मंत्री और एनडीए के नेता भी उपस्थित रहे।
सीपी राधाकृष्णन ने चार सेटों में नामांकन पत्र प्रस्तुत किया, जिनमें से प्रत्येक पर 20 प्रस्तावकों और 20 अनुमोदकों के हस्ताक्षर थे। प्रधानमंत्री मोदी मुख्य प्रस्तावक थे, जिन्होंने नामांकन पत्रों के पहले सेट पर हस्ताक्षर करके उन्हें जमा किया, जबकि अन्य केंद्रीय मंत्रियों और एनडीए नेताओं ने शेष सेटों पर हस्ताक्षर किए।
नामांकन के दौरान एनडीए ने अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान, जदयू से ललन सिंह, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और अपना दल की लीडर अनुप्रिया पटेल समेत अन्य दलों के शीर्ष मंत्री सीपी राधाकृष्णन के साथ नामांकन दाखिल करते समय उपस्थित रहे।
जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के कारण यह चुनाव आयोजित किया जा रहा है। जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था।