क्या दार्जिलिंग के सोनादा में भूस्खलन के बाद डायमंड हार्बर का युवक लापता है?

सारांश
Key Takeaways
- भूस्खलन ने दार्जिलिंग में गंभीर स्थिति उत्पन्न की है।
- हिमाद्री पुरकैत लापता है, जिससे परिवार चिंतित है।
- स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है।
- सड़कें और पुल भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं।
- भारी बारिश की वजह से स्थिति और भी खराब हुई है।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएँ सामने आई हैं। सोनादा क्षेत्र में शनिवार रात एक होमस्टे पर हुए भूस्खलन के चलते एक युवक लापता हो गया है, जिससे उसके परिवार में चिंता का माहौल है।
दार्जिलिंग क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जगहों पर भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न कर दी है। इस घटना में हिमाद्री पुरकैत (25 वर्ष) नाम का युवक लापता हो गया, जो दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर के अंतर्गत तटीय पुलिस स्टेशन क्षेत्र के दक्षिण कमर पोल, पुरुलिया गाँव का निवासी बताया जा रहा है। परिवार के सदस्यों के अनुसार, हिमाद्री को घूमने का बहुत शौक था और वह सितंबर में काम करने के लिए सोनादा के एक स्थानीय होमस्टे में गया था।
परिवार ने बताया कि शनिवार रात लगभग 10 बजे उसने अपने परिवार से अंतिम बार बात की थी। उसने कहा था कि वहाँ भारी बारिश हो रही है और उसने डिनर कर लिया है। उसके बाद से उसका कोई संपर्क नहीं हो सका है। परिवार के सदस्य रात भर चिंतित रहे और विभिन्न माध्यमों से उसके संपर्क में आने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
स्थानीय प्रतिनिधियों और जिला अधिकारियों ने हिमाद्री के परिवार से मिलकर खोजबीन में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। कमरपोल ग्राम पंचायत के उप-प्रधान आशीष हलधर ने कहा कि गाँव वाले एकजुट होकर सहायता के लिए तैयार हैं। हिमाद्री के पिता प्रशांत पुरकैत ने भावुक होकर कहा, "मेरा बेटा बहुत मेहनती था, हमें उसकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद है।"
दार्जिलिंग क्षेत्र में मानसून की विदाई के बावजूद असामान्य रूप से भारी बारिश जारी है, जिसके कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। सोनादा सहित कर्सियांग, मिरिक और अन्य इलाकों में मलबा गिरने से होमस्टे, सड़कें और पुल प्रभावित हुए हैं। आयरन ब्रिज के ढहने से मिरिक और कर्सियांग के बीच संपर्क कट गया है। जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य को तेज कर दिया है, जिसमें राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें और स्थानीय स्वयंसेवक शामिल हैं। विकास मंत्री उदयन गुहा ने मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई है और पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी की है।