क्यों गिरफ्तार किया गया 'आई लव मोहम्मद' के लिए? किशनगंज में ओवैसी ने क्या कहा?

सारांश
Key Takeaways
- ओवैसी ने 'आई लव मोहम्मद' पर उठाए सवालों का जवाब दिया।
- राजद द्वारा विधायकों को तोड़ने का जवाब दिया गया।
- मुसलमानों की एकता की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- गिरफ्तार लोगों की रिहाई की मांग की गई।
- राजनीतिक संघर्ष और धार्मिक पहचान के बीच की जटिलता पर चर्चा की गई।
किशनगंज, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड के कॉलेज चौक में आयोजित एक जनसभा में पहुंचे, जहाँ उन्होंने 'आई लव मोहम्मद' को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर तीखा प्रहार किया। ओवैसी ने कहा कि जब 'आई लव मोदी' और 'आई लव नीतीश' आपको स्वीकार्य हैं, तो 'आई लव मोहम्मद' से नफरत क्यों?
उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि अगर कोई 'आई लव मोदी' का पोस्टर लेकर जाए तो लोग उसके साथ सेल्फी लेते हैं, और 'आई लव नीतीश' का पोस्टर लेकर जाने वाले को वफादार मानते हैं, फिर 'आई लव मोहम्मद' से नफरत का क्या कारण है?
ओवैसी ने यह भी कहा कि हम अपने अल्लाह को अपने मां-बाप और इस दुनिया की हर दौलत से ज्यादा चाहते हैं, क्योंकि उसी की वजह से हम मुसलमान हैं। इस अवसर पर उन्होंने 'आई लव मोहम्मद' के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों की सलामती और रिहाई के लिए दुआ की।
राजद द्वारा एआईएमआईएम के चार विधायकों को तोड़ने पर ओवैसी ने कहा कि चार का बदला 24 से लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को एकजुट होकर अपने हक और सम्मान के लिए संघर्ष करना होगा।
असदुद्दीन ओवैसी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हमें इंसाफ को सफल बनाना है और गद्दारों को पराजित करना है। उन्होंने कहा कि वोट के लिए इंसाफ के नाम पर समर्थन मांगा और कहा कि आपके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए नफरत फैलाने वाली पार्टियों को हराना होगा, तभी आप सीमांचल पर राजनीति कर सकेंगे।
ओवैसी ने कहा कि सभी जातियों और धर्मों के लोगों ने अपने नेता बना लिए हैं, लेकिन बिहार के 19 फीसदी मुसलमानों ने अब तक अपने नेता नहीं बनाए हैं।
उन्होंने कहा कि वक्फ का काला कानून बनाकर मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों को छीनने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम अपनी मस्जिदों को नहीं छोड़ेंगे। हमने भारत के संसद भवन में खड़े होकर आपकी आवाज उठाई और कहा कि हम आपके काले कानून को स्वीकार नहीं करते हैं।