क्या पंजाब बॉर्डर पर तस्करी की साजिश को नाकाम किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ ने ड्रोन और नशीले पदार्थों की खेप को नाकाम किया।
- तस्करी की कोशिशें लगातार बढ़ रही हैं।
- पंजाब पुलिस और बीएसएफ का सहयोग आवश्यक है।
- सीमाओं की सुरक्षा के लिए सतर्कता महत्वपूर्ण है।
- पाकिस्तानी तस्करों की नापाक मंशा को विफल किया गया।
अमृतसर, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने दो अलग-अलग अभियानों में तस्करी की कोशिशों को नाकाम करते हुए बड़ी सफलता प्राप्त की है।
बीएसएफ ने पंजाब बॉर्डर पर एक ड्रोन और 525 ग्राम आइस ड्रग (मेथामफेटामिन) बरामद की है।
जानकारी के अनुसार, पहली कार्रवाई तरनतारण जिले के वान गांव के पास की गई। बीएसएफ को इलाके में ड्रोन गतिविधि की सूचना मिली थी। सतर्क जवानों ने तुरंत तलाशी अभियान चलाया और पंजाब पुलिस के सहयोग से खेतों से 525 ग्राम मेथामफेटामिन (आईस ड्रग) बरामद की। माना जा रहा है कि यह खेप पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत में गिराई गई थी।
दूसरी ओर, अमृतसर जिले के धनोए खुर्द गांव के पास बीएसएफ की एक और टीम ने तलाशी के दौरान एक खराब स्थिति में पड़ा ड्रोन बरामद किया। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलते हैं कि तस्करों ने इसी ड्रोन का इस्तेमाल नशीले पदार्थों की खेप गिराने के लिए किया था, लेकिन तकनीकी खराबी या बीएसएफ की कार्रवाई के चलते यह असफल रहा।
बीएसएफ ने सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से पाकिस्तानी तस्करों की नापाक मंशा एक बार फिर नाकाम कर दी है। सीमा सुरक्षा बल ने कहा कि वह देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने और ड्रोन के जरिए हो रही तस्करी पर रोक लगाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
इससे पहले, गुरदासपुर बॉर्डर पर बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने 21 सितंबर को सीमा पार से होने वाली बड़ी हेरोइन तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया था। इस दौरान चार नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 10 किलो हेरोइन बरामद की गई थी।
इस संयुक्त कार्रवाई को गुरदासपुर जिले के गांव थेथरके में अंजाम दिया गया था। बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने विश्वसनीय इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की थी।