क्या दारू सस्ती और दवा महंगी होने से भारत विश्व गुरु बन सकेगा? : धीरेंद्र शास्त्री

सारांश
Key Takeaways
- भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संदेश
- शिक्षा और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं निशुल्क होनी चाहिए
- गयाजी का धार्मिक महत्व
- दारू और दवाओं की कीमतों में असमानता
- नेपाल में हो रही हिंसा पर सतर्कता
गयाजी, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शनिवार को गयाजी का दौरा किया। उन्होंने दिल्ली से विमान द्वारा गया हवाई अड्डे पर आगमन किया, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजामसंबोधि रिसॉर्ट ले जाया गया। यहां वह कई दिनों तक रहेंगे और पिंडदान व तर्पण जैसे कर्मकांड संपन्न करेंगे।
गया एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि गया नगरी भगवान बुद्ध और भगवान विष्णु की तपोभूमि है। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी वह अपने पितरों के श्राद्ध हेतु गया जी आए हैं।
उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का अपना संदेश दोहराया। उनका कहना है कि भारत पहले से ही अघोषित रूप से हिंदू राष्ट्र है, और इसे अब घोषित रूप से ऐसा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि ७ नवंबर से १६ नवंबर तक वृंदावन से दिल्ली तक पैदल यात्रा आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिसके लिए देश में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं निशुल्क होनी चाहिए। वर्तमान व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, 'आज इस देश में दारू सस्ती और दवाएं महंगी हैं, इस पर विचार करने की आवश्यकता है।' वहीं, नेपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर टिप्पणी करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पड़ोसी देश में हो रही हिंसा को देखते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है।
दिल्ली से गया की उड़ान में भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुयायियों का उत्साह देखने को मिला। एक महिला यात्री राजकुमारी, जो लंदन में कारोबार करती हैं, ने कहा कि विमान में ही गुरुजी के दर्शन कर लिए। उन्होंने यह भी बताया कि लंदन में भी गुरुजी से उनकी मुलाकात हो चुकी है। राजकुमारी ने कहा कि गुरुजी ने हमें बोधगया में रिसॉर्ट पर आने का निमंत्रण दिया है। उनके साथ मिलकर बहुत अच्छा लगा।
इसी उड़ान में लंदन से आए वरुण ऋषि ने भी कहा कि उन्होंने गुरुजी का दर्शन किया और यह उनके लिए सौभाग्य की बात रही। उन्होंने कहा कि गुरुजी के आशीर्वाद और बालाजी की कृपा से निश्चित रूप से भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा।