क्या आईपीएस पूरन कुमार के परिजनों से मिले दीपेंद्र हुड्डा, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग?

सारांश
Key Takeaways
- आईपीएस पूरन कुमार का आत्महत्या मामला गंभीर चिंता का विषय है।
- राजनीतिक दलों ने न्याय की मांग की है।
- सरकार को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
चंडीगढ़, १३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस वाई. पूरन कुमार आत्महत्या मामले में सियासी हलचल बढ़ती जा रही है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता आईपीएस वाई. पूरन कुमार के परिजनों से मिलने के लिए चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं और मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस क्रम में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के निवास पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है। देश में एक भयावह माहौल तैयार हो गया है, जहां एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि यह मामला अत्यधिक गंभीर है। जिस तरह से लोगों पर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह चिंताजनक है। इसकी निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच होनी चाहिए ताकि आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके। जब परिवार जांच से संतुष्ट होगा, तभी मामले की सही जांच हो पाएगी।
सरकार पर निशाना साधते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इस मामले में उच्च अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। इसलिए इसकी जांच को प्रभावित न होने देने का खास ध्यान रखा जाना चाहिए। प्रदेश में एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या पर सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी वाई पूरन कुमार के परिवार के साथ खड़ी है और सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द जांच कराकर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि यदि सरकार की तरफ से निष्पक्ष जांच होगी तो ही लोगों का विश्वास सरकार पर बना रहेगा। अब तक की जांच से किसी को भी संतोष नहीं मिला है।
इससे पहले रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आईपीएस की पत्नी को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आईपीएस पूरन कुमार आत्महत्या मामले पर परिवार को सांत्वना दी और घटना की निंदा की। कांग्रेस पार्टी ने उनकी यह चिट्ठी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर साझा की थी।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने आईपीएस पूरन कुमार की पत्नी को पत्र में लिखा, ''अमनीत पी कुमार जी, इस पत्र को लिखते समय मैं मन से बहुत आहत और विह्वल महसूस कर रहा हूं। आपके पति और हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरन कुमार ने सामाजिक पूर्वाग्रहों और विसंगतियों से जूझते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना की जानकारी से मेरे दिल को बहुत ठेस पहुंची है।''