क्या दिल्ली कार विस्फोट केस में जैश-ए-मोहम्मद का हवाला संबंध है?
सारांश
Key Takeaways
- आतंकी मुजम्मिल से पूछताछ से मिली जानकारी महत्वपूर्ण है।
- हवाला के जरिए पैसे का लेन-देन एक गंभीर मुद्दा है।
- अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग विस्फोटक सामग्री में होता है।
- जांच में जैश-ए-मोहम्मद के संबंधों का पता लगाया जा रहा है।
- कार विस्फोट ने सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
नई दिल्ली, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किले के निकट हुए कार विस्फोट मामले में जांच एजेंसियों को संदिग्ध आतंकवादी मुजम्मिल से पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। एजेंसियों को जानकारी मिली है कि हुंडई आई-20 कार चला रहे आतंकवादी उमर उन नबी को कथित तौर पर हवाला के माध्यम से पैसे प्राप्त हुए थे। रविवार को सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार, अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल ने अधिकारियों को बताया कि डॉक्टरों को 20 लाख रुपए मिले थे। यह संभावना जताई जा रही है कि ये पैसे जैश-ए-मोहम्मद से आए थे और एक हैंडलर ने हवाला के जरिए यह रकम डॉक्टरों तक पहुंचाई थी। 20 लाख रुपए में से लगभग तीन लाख रुपए उर्वरक खरीदने में खर्च किए गए।
फरीदाबाद में आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया, जिसका उपयोग उर्वरक के साथ-साथ विस्फोटकों में कच्चे माल के रूप में किया जाता है।
सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादी उमर उन नबी, मुजम्मिल और आतंकवादी मॉड्यूल मामले में आरोपी एक अन्य महिला डॉक्टर शाहीन के वित्तीय संबंधों की जांच कर रही हैं। पता चला है कि कार विस्फोट के दौरान मारे गए आतंकवादी उमर और शाहीन के बीच पैसों को लेकर विवाद था। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसियों ने पूछताछ के लिए कई हवाला डीलरों को हिरासत में लिया है।
10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास एक सफेद हुंडई आई-20 कार में विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और लगभग दो दर्जन लोग घायल हो गए। डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई कि विस्फोट के समय उमर उन नबी उर्फ उमर मोहम्मद इस कार को चला रहा था।
यह धमाका फरीदाबाद में एक स्थान से अमोनियम नाइट्रेट समेत 2,900 किलो विस्फोटक जब्त करने के कुछ घंटों बाद हुआ था।