क्या दिल्ली में हुए विस्फोट में अल-फलाह विश्वविद्यालय का एमबीबीएस छात्र गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली विस्फोट मामले में एक एमबीबीएस छात्र की गिरफ्तारी हुई।
- छात्र का पैतृक घर दालखोला में है।
- एनआईए ने आलम के मोबाइल लोकेशन का पता लगाया।
- फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय के 52 डॉक्टरों से पूछताछ की गई।
- विस्फोट में 10 लोग मारे गए थे।
कोलकाता, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग से दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट हुए कार विस्फोट मामले में उत्तर दिनाजपुर जिले के दालखोला से फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय के एक एमबीबीएस छात्र को गिरफ्तार किया। यह जानकारी शनिवार को राज्य पुलिस के सूत्रों ने दी।
गिरफ्तार छात्र की पहचान निसार आलम के रूप में हुई है। वह और उसका परिवार कुछ समय से लुधियाना में रह रहा था, लेकिन उनका पैतृक घर दालखोला में स्थित है।
सूत्रों के अनुसार, आलम इस हफ्ते की शुरुआत में अपनी मां और बहन के साथ पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए दालखोला आया था। एनआईए ने आलम के मोबाइल टावर लोकेशन का पता लगाया और फिर केंद्रीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी शुक्रवार को दालखोला पहुंचे और उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद आलम को स्थानीय इस्लामपुर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। कुछ घंटों की पूछताछ के बाद आरोपी को दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी ले जाया गया। शनिवार सुबह मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए के अधिकारी उसे बाद में ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जा सकते हैं।
दालखोला के कोनाल गांव के स्थानीय निवासियों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि आलम का परिवार कुछ समय पहले लुधियाना चला गया था, लेकिन वे अपने पैतृक घर में रहने वाले रिश्तेदारों के संपर्क में थे।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, "आलम और उसके परिवार के अन्य सदस्य समय-समय पर अपने रिश्तेदारों से मिलने आते थे। हम उसे एक शिष्ट और मृदुभाषी युवक मानते थे। हमें उसकी किसी भी उग्रवादी गतिविधियों का कोई अंदाजा नहीं था।"
फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय, हाल के दिनों में विस्फोटकों की भारी बरामदगी और दिल्ली में लाल किला के पास हुए विस्फोट के कारण राष्ट्रीय सुर्खियों में आया है। इस विस्फोट में 10 लोगों की मृत्यु हुई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे।
पुलिस टीमों ने हाल के दिनों में फरीदाबाद के धौज स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय परिसर का कई बार दौरा किया है और इस दौरान 52 डॉक्टरों से पूछताछ की गई है।